पटना: शिक्षक नियोजन प्रक्रिया में लगातार शिक्षा पात्रता पास अभ्यर्थी सरकार के खिलाफ हंगामा कर रहे हैं. इसी क्रम में सोमवार को अहले सुबह अभ्यार्थियों ने शिक्षा मंत्री के आवास का घेराव किया. हालांकि इस दौरान शिक्षा मंत्री कृष्ण नंदन वर्मा अपने आवास पर नहीं थे. इससे गुस्साए अभ्यर्थियों ने मंत्री जी के आवास के सामने घंटों हंगामा किया.
2011 में निकाला गया था फॉर्म
अभ्यर्थियों का कहना है कि जब सरकार ने 2011 में शिक्षा पात्रता के लिए फॉर्म निकाला था. तो हम लोगों ने फॉर्म भरा और 2012 में पात्रता का लेटर हमें मिला. लेकिन लेटर के बावजूद भी हम लोगों की बहाली नहीं हो पा रही है. हम लगातार सरकार के दरवाजे खटखटा रहे हैं. लेकिन अभी तक हमारी बातों को सुना नहीं गया. उन्होंने कहा कि जब हम लोग शिक्षा पात्रता पास कर चुके हैं, तब सरकार ने कहा कि बीएड की डिग्री होनी चाहिए. जिसके बाद उन्होंने कहा कि 2016 में बीएड भी किया.
लेकिन अब सरकार ने अपना तुगलकी फरमान जारी करते हुए कहा कि बहाली उन्हीं अभ्यार्थियों की हो सकती है, जिन्होंने 1 साल का बीएड किया है. लेकिन यह सबको पता है कि 2015 के बाद देश भर में बीएड 2 साल का हो गया है. उनका कहना है कि अब ऐसे में हम लोग 1 साल की डिग्री कहां से लाएं.
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नियोजन की प्रक्रिया टाल रही सरकार
अभ्यर्थियों का कहना है कि नियोजन प्रक्रिया जब भी आती है, तो सरकार चुनाव का बहाना लेकर समय परिवर्तन कर देती है. पैक्स चुनाव को लेकर भी अगस्त महीने में हम लोगों का नियोजन होना था. लेकिन टाल दिया गया. वहीं महिला अभ्यर्थियों का कहना है कि हम लोगों के साथ पास अभ्यर्थियों को सरकार ने नियोजित करवाया. उन्हें प्रशिक्षित भी करवाया और वह लोग नौकरी भी कर रहे हैं. लेकिन उन्हीं के साथ हम भी शिक्षा पात्रता पास हैं. लेकिन सरकार ने अभी तक हम लोगों का नियोजन नहीं किया.
2012 में हुई थी परीक्षा
बता दें कि बिहार सरकार ने 2011 में शिक्षा पात्रता के लिए फॉर्म निकाला था. जिसमें लाखों अभ्यर्थियों ने फॉर्म भरा था. जिसके बाद 2012 में परीक्षा हुई. इसमें लाखों अभ्यर्थी पास भी हुए. सरकार नियोजन की प्रक्रिया कर रही है. लेकिन कुछ प्रक्रिया में धीमी गति होने के कारण सरकार अभी तक उन पात्रता पास अभ्यर्थियों का नियोजन नहीं कर पाई है. जिसको लेकर आए दिन सरकार के खिलाफ हंगामा होता रहता है.