पटनाः बिहार विधानसभा का आज चौथा दिन है. विधानसभा के बाहर वामपंथी सदस्यों ने मजदूर संगठनों की हड़ताल को लेकर जमकर नारेबाजी की.
वामपंथी नोताओं ने श्रम कानूनों को बदलने की मांग की तो कांग्रेस के सदस्यों ने धान खरीद को लेकर नीतीश सरकार से जवाब मांगा. वामपंथी सदस्यों और कांग्रेस के सदस्यों ने सदन के बाहर हंगामे के साथ सदन के अंदर भी सरकार को घेरने की बात कही. इस दौरान कांग्रेस एमएलसी प्रेमचंद्र मिश्रा ने कहा कि किसान धान कहां बेंचे इसका जवाब सरकार दे.
ट्रेड यूनियन के समर्थन में वामपंथी नेताओं का हंगामा
वहीं, भाकपा माले ने ट्रेड यूनियन के बंद के समर्थन में सदन के बाहर जमकर हंगामा किया. वामपंथी नेताओं ने रोजगार के मुद्दे पर सरकार को घेरते हुए जल्द से जल्द रोजगार के बंदोबस्त की मांग की. सीपीआई(एम) के नेता अजय कुमार ने कहा कि सरकार जल्द नई नीति लाए और रोजगार का सृजन करे. रोजगार करने वाले लोगों की वेतन कटौती भी बंद की जाए.
विपक्ष के नेताओं का कहना है कि राज्य सरकार केंद्र के इशारे पर काम कर रही है और मजदूरों का हक मार रही है. मजदूरों के काम का घंटे को 8 से बढ़ाकर 12 घंटे कर दिया गया.
हंगामे के बीच राज्यपाल का अभिभाषण
बता दें कि 17 वीं विधानसभा के पहले सत्र के चौथे दिन राज्यपाल फागू चौहान के अभिभाषण के दौरान भी हंगामा हुआ. इस दौरान महागठबंधन के विधायक लगातार हंगामा करते रहे. इसकी वजह से राज्यपाल फागू चौहान को हंगामे के बीच ही अपना अभिभाषण पूरा करना पड़ा.