पटना: बिहार के पंचायत वार्ड सचिव (Panchayat Ward Secretary of Bihar) कार्यमुक्त होने के बाद लगातार धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. फिलहाल पटना के गर्दनीबाग में 83 दिन से अपनी पुनः नियुक्ति की मांग को लेकर यह लोग धरना स्थल पर बैठे हैं. आज यानी 24 फरवरी को पंचायत वार्ड सचिव गर्दनीबाग धरना स्थल पर जमकर प्रदर्शन किए. उनका साफ-साफ कहना है कि अगर उनकी मांगों को नहीं मानी जाएगी, फिर से उन्हें उनकी सेवा बहाली नहीं की जाएगी तो इस बार बिहार विधानसभा के बजट सत्र में वह विधानसभा का घेराव करेंगे.
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पंचायत वार्ड सचिव का प्रदर्शन : वार्ड सचिव संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष मोनू कुमार ने कहा कि- "जब तेजस्वी यादव विपक्ष में थे तो उन्होंने हम लोगों को आश्वासन दिया था कि आप लोगों की नौकरी नहीं जाएगी और जब वह सत्ता में आ गए तो अभी तक हम लोगों को फिर से सेवा में बहाल नहीं किया गया है. विभाग का ढुलमुल रवैया के कारण हम लोगों का मामला अभी भी लंबित है. हम लोग लगातार धरना प्रदर्शन कर रहे हैं लेकिन सरकार कोई भी जवाब नहीं दे रही है"
पंचायत वार्ड सचिव की फिर से बहाली की मांग : वार्ड सचिव संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष मोनू कुमार ने बताया की इस बार बजट सत्र होने वाला है. अगर सरकार हम लोगों की फिर से सेवा में बहाल नहीं करेगी तो इस मांग को लेकर हम लोग इस बार विधानसभा का घेराव करेंगे. उन्होंने कहा कि हमने अपनी मांग को लेकर लगातार महागठबंधन के कई नेताओं को बताया भी है. कांग्रेस के नेता भी हमारे पास आए थे उनसे भी बात हुई है, राजद के नेताओं को भी हम लोगों ने अपना मांग पत्र दिया है.
"मांग नहीं माने जाने पर होगा भारी विरोध" : प्रदेश उपाध्यक्ष मोनू कुमार ने आगे कहा कि अब हम लोग को लगता है कि एक ही रास्ता बचा है कि विधानसभा का घेराव करें और जमकर प्रदर्शन करें. पूरे बिहार में हमारी संख्या 1 लाख 14000 है और हम लोग बजट सत्र में सारे लोग एकजुट होकर बिहार विधानसभा का घेराव करेंगे. आगे कहा कि सारे पंचायत वार्ड सचिव भूखमरी के कगार पर हैं उनकी सेवा समाप्त कर दी गई है. सरकार कहती है कि बिहार में नौकरियों की बहार है लेकिन आप हालात देखिए की हम लोग एक लाख से ज्यादा लोग बेरोजगार हो गए. ऐसी सरकार को जगाने का काम हम लोग इस बार बजट सत्र में करेंगे.