पटना: अखिल भारतीय किसान संघर्ष समिति ने सोमवार को केंद्र सरकार की किसान विरोधी नीतियों के खिलाफ मसौढी में प्रतिवाद मार्च निकाला. इस राष्ट्रव्यापी अभियान के तहत आंदोलनकारियों ने कहा कि मोदी सरकार के साम्राज्यवाद कॉरपोरेट परस्त नीतियों के कारण कृषि योग्य भूमि घटती जा रही है.
बढ़ती जा रही है किसानों कि बदहाली
आंदोलनकारियों का कहना है कि इससे किसानों कि बदहाली बढ़ती जा रही है. महंगाई, कर्ज माफी, उपज की लागत के सवालों पर आए दिन आंदोलन किया जा रहा है. विभिन्न किसान संगठन एक बार फिर संसद सत्र शुरू होते ही अपने हक और अधिकार की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे हैं.
'खेती बचाओ किसान बचेगा, किसान बचाओ गांव बचेगा'
गांवों में किसानों के समक्ष खाद की कालाबाजारी और पटवन कि समस्याओं से ज्यादा जुझना पड़ रहा है. किसानों के तीन मुख्य किसानों विरोध नितियों के खिलाफ आज सभी आंदोलन कर रहे हैं. मसौढी में आयोजित प्रतिवाद मार्च के दौरान आंदोलनकारियों ने कहा कि हमें एक राष्ट्र एक बाजार नहीं, एक राष्ट्र एक एमएसपी चाहिए, कॉरपोरेट का नहीं गांव का विकास चाहिए. इस दौरान आंदोलनकारी नारा लगा रहे थे की खेती बचाओ, किसान बचेगा, किसान बचाओ गांव बचेगा.