पटनाः राजधानी में रविवार को हुए प्रॉपर्टी डीलर हत्याकांड में पुलिस के हाथ 3 दिन के बाद भी खाली है. इसी बीच दफ्तर में हुए हमले में बाल-बाल बचे एक अन्य प्रॉपर्टी डीलर टुनटुन गोप का कहना है कि हमला उसके लिए ही प्लान किया गया था. हालांकि घटना के कुछ देर पहले ही, वह उस ऑफिस से किसी काम से निकल गए थे. वहीं टुनटुन गोप ने ईटीवी भारत की खबर पर मुहर लगाते हुए 30 कट्ठा जमीन विवाद में इस गोलीकांड को अंजाम देने की बातें स्वीकार की है.
प्रॉपर्टी डीलर हत्याकांड
टुनटुन गोप ने ईटीवी भारत से बात करते हुए बताया कि उसने इस मामले में दीना यादव, आकाश, संजय यादव और कौशल को नामजद आरोपी बनाया है. दरअसल यह सब लोग वहीं है, जिनका नाम 2018 में टुनटुन गोप के भतीजे दीना गोप हत्याकांड में शामिल था. टुनटुन गोप ने इस घटना के बाद अपने और अपने परिवार की जान के खतरे की आशंका भी जताई है और इसके लिए उसने सरकार से मदद की गुहार भी लगाई है.
टुनटुन गोप ने यह जानकारी दी कि स्थानीय थाने की ओर से उसकी सुरक्षा के लिए एक हथियारबंद जवान मुहैया करवाया गया है. इस पूरे मामले की जानकारी देते हुए टुनटुन ने बताया कि उसके भतीजे दीना हत्याकांड का वह एकमात्र गवाह है. इसलिए उसके विरोधी जिसे उसने नामजद किया है, उसकी हत्या करवाना चाहते हैं.
पुलिस ने सही से नहीं की कार्रवाई
सूत्र बताते हैं कि 2018 में हुए दीना गोप हत्याकांड में शामिल भोला सहित दो आरोपियों को पुलिस की मदद मिली थी. जिसमें बिना गिरफ्तारी के ही आरोपियों को बेल मिल गई थी. जमीन का विवाद भी पुराना है. दीना गोप की हत्या के बाद उसका कारोबार कहने को तो उसके भाई जितेंद्र के नाम था, लेकिन सब कुछ उसका चाचा टुनटुन गोप ही संभालता था.