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राजस्थान में काफी देर तक हवा में चक्कर काटता रहा राज्यपाल लालजी टंडन का विमान - rajasthan

बिहार के राज्यपाल लालजी टंडन मंगलवार को नागौर पहुंचे. यहां हवाई पट्टी पर उनके विशेष विमान को लैंडिंग करवाने में पायलट को काफी मशक्कत का सामना करना पड़ी. इसका कारण था रनवे हेड से कुछ दूरी पर बनी एक ऊंची बिल्डिंग. तेज हवाओं के चलते और बिल्डिंग के अवरोधन के कारण पायलट को लैंडिंग में काफी परेशानी हुई.

Problem in Bihar governor Aeroplane landing in Nagaur
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Published : Jul 9, 2019, 7:45 PM IST

नागौर/पटना: छोटी खाटू में हिंदी पुस्तकालय की ओर से साहित्य सम्मान में शिरकत करने बिहार के राज्यपाल लालजी टंडन मंगलवार को विशेष विमान से राजस्थान के नागौर पहुंचे. यहां उनके विमान की लैंडिंग करवाने में पायलट को काफी मशक्कत का सामना करना पड़ा.

दरअसल, हवाई पट्टी के रनवे हेड से पूर्व दिशा में 307 मीटर दूर 75 फीट की एक बिल्डिंग इस समस्या का कारण बनी. पायलट विमान की लैंडिंग पूर्व दिशा की ओर से करवाना चाहता था. लेकिन बिल्डिंग के कारण इसमें सफलता नहीं मिली. फिर पायलट ने पश्चिमी छोर से लैंडिंग करवाने का फैसला किया. पश्चिम से पूर्व की तरफ चल रही तेज हवा के कारण इसमें भी परेशानी हुई.

ऐसे में एक बार तो पायलट के हाथ-पैर फूल गए, लेकिन बाद में उन्होंने जैसे-तैसे पश्चिमी छोर से ही विमान की लैंडिंग करवाई. हवाई पट्टी पर मौजूद कलेक्टर दिनेश कुमार यादव से भी पायलट ने इस संबंध में शिकायत की. कलेक्टर यादव का कहना है कि इस बिल्डिंग का विवाद चल रहा है. फिलहाल यह मामला सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है.

ऐसे लैंड हुआ विमान

उल्लेखनीय है कि जब से हवाई पट्टी के सामने इस बिल्डिंग का काम शुरू हुआ है. तभी से यह विवादों में घिरी है. नगर परिषद ने इस बिल्डिंग को बनाने की अनुमति दी थी. बाद में मामला डीएलबी तक पहुंचा तो डीएलबी ने इस जमीन की लीज निरस्त कर दी थी. इसके खिलाफ बिल्डिंग का मालिक कोर्ट में चला गया. तभी से यह प्रकरण कोर्ट में विचाराधीन है.

नागौर/पटना: छोटी खाटू में हिंदी पुस्तकालय की ओर से साहित्य सम्मान में शिरकत करने बिहार के राज्यपाल लालजी टंडन मंगलवार को विशेष विमान से राजस्थान के नागौर पहुंचे. यहां उनके विमान की लैंडिंग करवाने में पायलट को काफी मशक्कत का सामना करना पड़ा.

दरअसल, हवाई पट्टी के रनवे हेड से पूर्व दिशा में 307 मीटर दूर 75 फीट की एक बिल्डिंग इस समस्या का कारण बनी. पायलट विमान की लैंडिंग पूर्व दिशा की ओर से करवाना चाहता था. लेकिन बिल्डिंग के कारण इसमें सफलता नहीं मिली. फिर पायलट ने पश्चिमी छोर से लैंडिंग करवाने का फैसला किया. पश्चिम से पूर्व की तरफ चल रही तेज हवा के कारण इसमें भी परेशानी हुई.

ऐसे में एक बार तो पायलट के हाथ-पैर फूल गए, लेकिन बाद में उन्होंने जैसे-तैसे पश्चिमी छोर से ही विमान की लैंडिंग करवाई. हवाई पट्टी पर मौजूद कलेक्टर दिनेश कुमार यादव से भी पायलट ने इस संबंध में शिकायत की. कलेक्टर यादव का कहना है कि इस बिल्डिंग का विवाद चल रहा है. फिलहाल यह मामला सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है.

ऐसे लैंड हुआ विमान

उल्लेखनीय है कि जब से हवाई पट्टी के सामने इस बिल्डिंग का काम शुरू हुआ है. तभी से यह विवादों में घिरी है. नगर परिषद ने इस बिल्डिंग को बनाने की अनुमति दी थी. बाद में मामला डीएलबी तक पहुंचा तो डीएलबी ने इस जमीन की लीज निरस्त कर दी थी. इसके खिलाफ बिल्डिंग का मालिक कोर्ट में चला गया. तभी से यह प्रकरण कोर्ट में विचाराधीन है.

Intro:बिहार के राज्यपाल लालजी टण्डन मंगलवार को नागौर पहुंचे। यहां हवाई पट्टी पर उनके विशेष विमान को लैंडिंग करवाने में पायलट को पसीने आ गए। इसका कारण है कि हवाई पट्टी के रनवे हेड से 307 मीटर की दूरी पर 75 फीटकी एक बिल्डिंग बनी है। जब यह इमारत बन रही थी। तभी से इस पर विवाद शुरू हो गया था। लेकिन इसके मालिक की रसूख के कारण ठोस कार्रवाई अभी तक नहीं हुई है। हालांकि, इस पर कलेक्टर का कहना है कि इस बिल्डिंग का मामला सुप्रीम कोर्ट में चल रहा है।


Body:नागौर. छोटी खाटू में हिंदी पुस्तकालय की ओर से साहित्य सम्मान में शिरकत करने बिहार के राज्यपाल लालजी टण्डन मंगलवार को विशेष विमान से नागौर पहुंचे। यहां उनके विमान की लैंडिंग करवाने में पायलट के पसीने छूट गए। दरअसल, हवाई पट्टी के रनवे हेड से पूर्व दिशा में 307 मीटर दूर 75 फीट की एक बिल्डिंग इस समस्या का कारण बनी। पायलट विमान की लैंडिंग पूर्व दिशा की ओर से करवाना चाहता था। लेकिन बिल्डिंग के कारण इसमें सफलता नहीं मिली। फिर पायलट ने पश्चिमी छोर से लैंडिंग करवाने का फैसला किया। लेकिन पश्चिम से पूर्व की तरफ चल रही तेज हवा के कारण इसमें भी परेशानी हुई। ऐसे में एक बार तो पायलट के हाथ- पैर फूल गए। लेकिन बाद में उन्होंने जैसे तैसे पश्चिमी छोर से ही विमान की लैंडिंग करवाई।
हवाई पट्टी पर मौजूद कलेक्टर दिनेश कुमार यादव से भी पायलट ने इस संबंध में शिकायत की। कलेक्टर यादव का कहना है कि इस बिल्डिंग का विवाद चल रहा है। फिलहक यह मामला सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है।


Conclusion:उल्लेखनीय है कि जब से हवाई पट्टी के सामने इस बिल्डिंग का काम शुरू हुआ है। तभी से यह विवादों में घिरी है। नगर परिषद ने इस बिल्डिंग को बनाने की अनुमति दी थी। बाद में मामला डीएलबी तक पहुंचा तो डीएलबी ने इस जमीन की लीज निरस्त कर दी थी। इसके खिलाफ बिल्डिंग का मालिक कोर्ट में चला गया। तभी से यह प्रकरण कोर्ट में विचाराधीन है।
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