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बाढ़: विचाराधीन कैदी की इलाज के दौरान मौत, परिजनों ने लगाया लापरवाही का आरोप - etv bharat

बाढ़ के उपकारागार में विचाराधीन कैदी अजीत यादव की इलाज के दौरान मौत हो गई. सुबह 3 बजे सीने में दर्द की शिकायत के बाद अनुमंडल अस्पताल में भर्ती कराया गया. परिजनों ने जेल प्रशासन पर ठीक से इलाज नहीं करवाने का आरोप लगाया है.

कैदी की इलाज के दौरान हुई मौत
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Published : Jul 29, 2019, 1:25 PM IST

बाढ़: जिले के उपकारागार में विचाराधीन कैदी अजीत यादव की इलाज के दौरान मौत हो गई. कैदी धारा 366 के अंतर्गत बाढ़ के भदौर थाना क्षेत्र से गिरफ्तार हुआ था. वह कई दिनों से जेल में था.

जेल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप
30 वर्षीय अजीत यादव नगरनौसा का निवासी था. सुबह 3 बजे सीने में दर्द की शिकायत के बाद उसे आनन-फानन में अनुमंडल अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां प्राथमिक इलाज के बाद उसे गंभीर हालत में पीएमसीएच रेफर किया गया, जहां उसकी मौत हो गई. मृतक की मौत के बाद परिजनों ने जेल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया. उनका कहना है कि ठीक से इलाज नहीं होने के कारण अजीत की मौत हुई है.

कैदी की इलाज के दौरान हुई मौत

कर्मचारी कुछ भी बोलने को तैयार नहीं
मृतक के परिजनों ने बताया कि उन्हें सुबह 5 बजे पता चला कि अजीत की तबीयत खराब है. जेल प्रशासन की ओर से एंबुलेंस भी उपलब्ध नहीं कराया गया. उन्होंने जेलर पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि अजीत की जेल में ही मौत हो गई और उसे अनुमंडल अस्पताल में मृत अवस्था में भर्ती कराया गया. जेलर और परिजनों में काफी बहस भी हुई. कैदी की मौत के बाद जेल के कर्मचारी कुछ भी बोलने से इंकार कर रहे हैं.

बाढ़: जिले के उपकारागार में विचाराधीन कैदी अजीत यादव की इलाज के दौरान मौत हो गई. कैदी धारा 366 के अंतर्गत बाढ़ के भदौर थाना क्षेत्र से गिरफ्तार हुआ था. वह कई दिनों से जेल में था.

जेल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप
30 वर्षीय अजीत यादव नगरनौसा का निवासी था. सुबह 3 बजे सीने में दर्द की शिकायत के बाद उसे आनन-फानन में अनुमंडल अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां प्राथमिक इलाज के बाद उसे गंभीर हालत में पीएमसीएच रेफर किया गया, जहां उसकी मौत हो गई. मृतक की मौत के बाद परिजनों ने जेल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया. उनका कहना है कि ठीक से इलाज नहीं होने के कारण अजीत की मौत हुई है.

कैदी की इलाज के दौरान हुई मौत

कर्मचारी कुछ भी बोलने को तैयार नहीं
मृतक के परिजनों ने बताया कि उन्हें सुबह 5 बजे पता चला कि अजीत की तबीयत खराब है. जेल प्रशासन की ओर से एंबुलेंस भी उपलब्ध नहीं कराया गया. उन्होंने जेलर पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि अजीत की जेल में ही मौत हो गई और उसे अनुमंडल अस्पताल में मृत अवस्था में भर्ती कराया गया. जेलर और परिजनों में काफी बहस भी हुई. कैदी की मौत के बाद जेल के कर्मचारी कुछ भी बोलने से इंकार कर रहे हैं.

Intro:बाढ़ उपकारागार में विचाराधीन कैदी की इलाज के दौरान हुई मौत,परिजनों ने लगाया लापरवाही का आरोप, जेलर और परिजन में हुई तीखी बहस


Body:बाढ़ उपकारागार में विचाराधीन कैदी अजीत यादव की इलाज के दौरान मौत हो गई। अजीत यादव धारा 366 के अंतर्गत बाढ़ के भदौर थाना क्षेत्र से गिरफ्तार हुए थे।वह कई दिनों से जेल में थे। 30 वर्षीय अजीत यादव नगरनौसा के निवासी हैं। सुबह 3 बजे उनको सीने में दर्द की शिकायत हुई। जिसके बाद उसे आनन-फानन में अनुमंडल अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां प्राथमिक इलाज के बाद उसे गंभीर स्थिति में पीएमसीएच रेफर किया गया। जहां उनकी मौत हो गई।


मृतक विचाराधीन कैदी अजीत यादव की मौत के बाद उनके परिजनों ने जेल में लापरवाही का आरोप लगाया और परिजन और जेलर के बीच में तीखी बहस देखी गई। परिजन ने कहा की ठीक से इलाज नहीं होने के कारण कैदी की मौत हो गई। वहीं परिजनों ने कहा कि सुबह से हमें यह बताया जा रहा है कि इलाज चल रहा है जबकि पीएमसीएच में मौत हो चुकी है।

मृतक विचाराधीन कैदी अजीत यादव की के चाचा विशेश्वर कुमार ने बताया कि सुबह 5 बजे में किसी तरह मालूम चला कि अजीत का तबीयत खराब है। प्रशासन की लापरवाही से कैदी की मौत हुई है।प्रशासन द्वारा एंबुलेंस भी उपलब्ध नहीं कराया। वहीं उन्होंने जेलर पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि अजीत यादव की जेल में ही मौत हो गई और उसे अनुमंडल अस्पताल में मृत अवस्था में भर्ती कराया गया।


Conclusion:वहीं विचाराधीन कैदी अजीत यादव की मौत के बाद जेल के सभी कर्मचारी कुछ बोलने से इंकार कर रहे हैं वही परिजन जेल पर लापरवाही का आरोप लगा रहे हैं।

बाइट- विशेश्वर कुमार (मृतक का चाचा)
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