पटना: झारखंड विधानसभा चुनाव में भाजपा को करारी शिकस्त मिली है. पार्टी का मानना है कि आजसू के अलग लड़ने की वजह से भाजपा को झारखंड में नुकसान हुआ है. भाजपा प्रवक्ता प्रेम रंजन पटेल ने कहा कि हम चाहते थे कि झारखंड में आजसू हमारे साथ आए. लेकिन उनके जिद के कारण गठबंधन नहीं हो पाया.
जदयू की वजह से नहीं हुआ नुकसान
झारखंड विधानसभा चुनाव में हार के बाद भाजपा नेता लगातार मंथन कर रहे हैं. इन सबके बीच दावों का दौर भी जारी है. जेडीयू की ओर से कहा जा रहा है कि अगर जदयू-भाजपा वहां गठबंधन में लड़ती तो स्थिति कुछ और होती. लेकिन भाजपा नहीं मानती कि जदयू की वजह से झारखंड में बीजेपी को नुकसान हुआ है. प्रेम रंजन पटेल ने कहा कि झारखंड में हम आजसू के साथ आना चाहते थे. गठबंधन के लिए लगातार प्रयास होते रहे. लेकिन उनके जिद की वजह से गठबंधन नहीं हो पाया.
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'आजसू के साथ चाहते थे आना'
भाजपा प्रवक्ता प्रेम रंजन पटेल ने कहा कि लोजपा और जदयू को लेकर उन्होंने कहा कि दोनों दलों के साथ या अलग रहने से चुनाव के नतीजों पर बहुत फर्क नहीं पड़ता. बता दें झारखंड में हेमंत सोरेन की अगुवाई वाले झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम), कांग्रेस और आरजेडी के महागठबंधन ने विधानसभा चुनाव में धमाकेदार जीत दर्ज की. 81 सदस्यीय विधानसभा में जहां महागठबंधन ने बहुमत से ज्यादा 47 सीटों पर जीत दर्ज की, तो वहीं, सत्तारूढ़ बीजेपी महज 25 सीटों पर सिमट कर रह गई.