पटना: राजधानी के फुलवारी शरीफ स्थित बामेती सभागार में कृषि मंत्री प्रेम कुमार ने कौशल विकास प्रशिक्षण योजना के तहत सफल प्रशिक्षण लेने वालों के बीच प्रमाण पत्र वितरित किया. सभागार में आयोजित कार्यक्रम के तहत कृषि मंत्री ने कौशल विकास प्रशिक्षण योजना को किसानों के लिए एक बेहतर प्रोग्राम बताया.
उन्होंने कहा कि इस योजना का मुख्य उद्देश्य किसानों और महिलाओं को स्वरोजगार और रोजगार उपलब्ध कराना है. कौशल प्रशिक्षण कृषि के क्षेत्र में 23 पाठयक्रमों को चलाया जा रहा है. इसमें मधुमक्खी पालन, माली, ग्रीन हाउस फिटर, मैंगो ग्रोवर, मेडिसिलन प्लांट ग्रोवर, मशरूम उत्पादक, पैकहाउस वर्कर, सीड एनलाइसिस इंचार्ज सहित कई तरह के पाठ्यक्रमों में किसानों और महिलाओं को प्रशिक्षित किया जा रहा है.
3540 लोगों को किया जा चुका है प्रशिक्षित
इस पाठ्यक्रम की समय सीमा 30 और 35 दिन निर्धारित की गई है. 15 से 59 वर्ष की आयु सीमा तक के लोग इन पाठ्यक्रमों में प्रशिक्षण ले सकते हैं. इस योजना के तहत डॉ राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय सहित सभी 38 जिलों में प्रशिक्षण दिया जा रहा है. अभी तक 118 प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन करते हुए 3540 लोगों को प्रशिक्षण दिया जा चुका है.
किसानों को किया जायेगा आत्मनिर्भर
इस मौके पर कृषि मंत्री ने प्रशिक्षण लेने वाले सभी लोगों को शुभकामना देते हुए कहा कि कृषि विभाग हर तरह के किसानों को मदद पहुंचाना चाहती है और इसके मद्देनजर कृषि के क्षेत्र में भी कौशल विकास प्रशिक्षण योजना की शुरुआत की गई है.