पटना: जन सुराज के संयोजक प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) ने हिंदी भाषियों के खिलाफ भड़काऊ भाषण देने वाले सेंथामिझन सीमान की गिरफ्तारी पर तमिलनाडु के मुख्यमंत्री सीएम एमके स्टालिन का शुक्रिया अदा किया है. उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि स्टालिन सर, इस त्वरित कार्रवाई के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद.
पीके ने की थी सेंथामिझन सीमान की गिरफ्तारी की मांग: प्रशांत किशोर ने कुछ दिन पहले ही अपने ट्विटर अकाउंट से सेंथामिझन सीमान का वीडियो पोस्ट किया था, जिसमें उन्होंने कैप्शन में लिखा था, "नफरत और हिंसा भड़काने के लिए फर्जी वीडियो का इस्तेमाल करने वाले सभी लोगों से कानून के मुताबिक निपटा जाना चाहिए. लेकिन यह उन लोगों को दोषमुक्त नहीं करता है जो खुले तौर पर तमिलनाडु में हिंदी भाषी लोगों के खिलाफ हिंसा का आह्वान कर रहे हैं. चहेतों के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं होती सेंथामिझन सीमान पर उनके कटु वचनों के लिए?"
'अगर वीडियो गलत हो तो कार्रवाई करें': वहीं, प्रशांत किशोर ने इसके बाद एक और ट्वीट किया था, जिसमें उन्होंने दावा करते हुए कहा था कि वह वीडियो बिल्कुल सही है. उन्होंने कहा था कि अगर वीडियो फेक है तो उनके खिलाफ पुलिस कार्रवाई क्यों नहीं करती है. पीके ने लिखा था कि मैंने अपने ट्विटर हैंडल से दो वीडियो जडाले थे, मैं दोनों राज्यों की पुलिस को चुनौती देता हूं कि अगर उनके वीडियो फेक हैं तो उन पर केस करें और जेल में डाल दें.
तमिलनाडु वायरल वीडियो मामले में कई गिरफ्तारियां: उधर, तमिलनाडु वायरल वीडियो मामले में बिहार और तमिलनाडु पुलिस ने अब तक कई लोगों को गिरफ्तार किया है. कुछ गिरफ्तारियां बिहार से हुई हैं तो कई तमिलनाडु से हुई हैं. इससे पहले जब बिहार की उच्च अधिकारियों की टीम तमिलनाडु गई थी, तब जांच के बाद ये साफ हो गया था कि किसी बिहारी श्रमिक के साथ मारपीट नहीं हुई था. कुछ लोगों ने फर्जी वीडियो बनाकर इसे वायरल किया था. इस मामले में बिहार के कई यूट्यूबर के खिलाफ केस दर्ज किया गया है.