पटना: राज्य में शिक्षक नियुक्ति को लेकर बिहार लोक सेवा आयोग की तरफ से आवेदन करने की प्रक्रिया जारी है. इस बीच मंगलवार को राज्य सरकार ने शिक्षक नियोजन की नियमावली में संशोधन कर उसमें से डोमिसाइल को हटा दिया. कैबिनेट के इस निर्णय का शिक्षा मंत्री ने यह कहकर बचाव किया कि राज्य में मैथ, साइंस, इंग्लिश, केमिस्ट्री, फिजिक्स में अच्छे अभ्यर्थी नहीं मिल पाते हैं, इस कारण सीट खाली रह जाती है. जन सुराज के संयोजक प्रशांत किशोर ने शिक्षा मंत्री को आड़े हाथों लिया है.
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"शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर से स्लिप ऑफ टंग नहीं हुआ है. RJD की सोची समझी रणनीति के तहत कहा होगा. RJD ने कहा होगा कहिए, तभी जाकर उन्होंने कहा है. उनकी पार्टी RJD के लीडर चार चौपाई ही पढ़कर सुना दे तो भी हमलोग मान जाएंगे. मैं हाथ जोड़कर आग्रह करता हूं कि इन बातों को उछालिए नहीं, क्योंकि इससे किसी का भला नहीं होने वाला है."- प्रशांत किशोर, संयोजक, जन सुराज
आपस में लड़ाने के लिए दिया बयानः प्रशांत किशोर ने कहा कि चंद्रशेखर जो कह रहे हैं ये उनका एजेंडा नहीं है. वो जिस दल में हैं, वो इसी तरह की राजनीति करता है. RJD का काम क्या है? समाज में धार्मिक उन्माद फैलाना, जातियों में झगड़ा लगाना, किसी से कुछ कड़वी बात कहलवाना ताकि समाज का कोई वर्ग रिएक्ट करे और समाज आपस में उलझ जाए, ताकि अपने बच्चों की पढ़ाई, अपने बच्चों का भोजन, अपने बच्चों का विकास सब छोड़ कर इन्हीं सब मुद्दों पर वोट दें.
बिहार सरकार शिक्षा को लेकर गंभीर नहींः प्रशांत किशोर ने कहा है कि नीतीश सरकार शिक्षा को लेकर गंभीर नहीं है. प्रशांत किशोर ने शिक्षा मंत्री के बयान पर कहा कि आप बिहार के शिक्षा मंत्री हैं आपको यह बताना चाहिए कि आप बिहार की शिक्षा व्यवस्था को कैसे सुधार रहे हैं. चंद्रशेखर को यह बताना चाहिए कि जो सत्र 3 साल में खत्म होने चाहिए उसे पूरा होने में 5 साल या उससे भी अधिक समय क्यों लग रहा है. शिक्षा मंत्री के बयान की चौतरफा निंदा हो रही है.