पटना: पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय आगामी 18 मार्च को (PPU Foundation Day on March 18) अपने स्थापना के पांच वर्ष पूरा कर लेगा. पीजी सत्र 2020-22 का परीक्षा आरंभ हो चुका है. 15 मार्च तक इसका परिणाम भी जारी हो जाएगा. विश्वविद्यालय की ओर से स्थापना दिवस की तैयारी तेजी से चल रही है. 18 मार्च को इसका पांचवां स्थापना दिवस समारोह मनाया जाएगा. आयोग के सफल संचालन को लेकर कुलपति प्रो. आरके सिंह की अध्यक्षता में एक प्रारूप तय किया गया.
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18 मार्च को PPU के हो जाएंगे 5 साल : स्थापना दिवस कार्यक्रम का आयोजन स्थल एएन कालेज होगा. स्थापना दिवस कार्यक्रम में खिलाड़ियों एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम में अंतर महाविद्यालय स्तर में बेहतर करने वाले को सम्मानित किया जाएगा. आयोजन को लेकर विश्वविद्यालय स्तर पर आयोजन समिति का भी गठन किया जा चुका है. पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय के पांच वर्ष पूरा होने पर पहली बार सामूहिक आयोजन होगा.
18 मार्च को PPU का स्थापना दिवस : बीते तीन वर्ष कोरोना एवं होली की अवकाश होने के कारण आयोजन नहीं हो सका. इस वर्ष कुलपति प्रो. आरके सिंह के निर्देश के बाद कार्यक्रम की तैयारी जोरों से चल रही है. इसके लिए अंतर महाविद्यालय खेल-कूद प्रतियोगिता के साथ-साथ अंतर महाविद्यालय सांस्कृतिक प्रतियोगिता भी आयोजित हुई होगी. इसमें सभी वर्गों के विजेताओं को स्थापना दिवस पर सम्मानित किया जाएगा. अंतर विश्वविद्यालय खेल प्रतियोगिता में विश्वविद्यालय का बेहतरीन प्रदर्शन चल रहा है. अब तक कराटे, रग्वी, कबड्डी, शूटिंग आदि में विश्वविद्यालय को पदक मिल चुका है.
खेल-कूद में विवि का बेहतर प्रदर्शन: आंकड़ों पर ध्यान दें तो कराटे में अनन्या आनंद व आकाश कुमार अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विश्वविद्यालय की प्रतिनिधित्व कर गौरव बढ़ा रहे है. रग्गबी और शूटिंग टीम बेहतर प्रदर्शन कर रही है. पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय अपने शैक्षणिक सत्र को नियमित कर राज्य भर के विश्वविद्यालय में अपने को सबसे उंचा कर लिया है. विश्वविद्यालय का स्नातक सत्र 2018-21 एवं 2019-2022 सत्र अपने पास हो चुके हैं. 2020-2023 सत्र की परीक्षा भी निर्धारित समय में पूरा हो जाएगा.
PPU सत्र नियमित करने का बनाया रिकार्ड : पीजी सत्र 2018-20, 2019-21 का दीक्षांत समारोह हो चुका है. 2020-22 सत्र की परीक्षा भी आरंभ हो चुकी है. इससे विलंब सत्र भी परीक्षा समाप्ति के 10 दिनों के भीतर परिणाम जारी होने से नियमित हो जाएगा. ऐसा करने वाला राज्य का पहला पटना पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय होगा.