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सड़कों पर घूम-घूम कर पोस्टमास्टर खोलता है खाता, पिछले ढाई सालों से नदवां डाकघर में लिंक की है परेशानी

पिछले ढाई साल से लिंक नहीं रहने के कारण नदवां डाकघर के पोस्टमास्टर परेशान हैं. ऐसे में पोस्टमास्टर रविशंकर बताते हैं कि गांव में लिंक नहीं रहने के कारण मशीन काम नहीं करता है. ऐसे में किसी भी खाता धारक का खाता खोलने के लिए नेटवर्क की तलाश में सड़कों पर घूम-घूम कर खाता खोलना पड़ता है.

Postmaster open account on road
Postmaster open account on road
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Published : Mar 10, 2021, 2:13 PM IST

पटना: बिहार का एक ऐसा डाकघर जहां पर लिंक नहीं रहने के कारण सड़क के किनारे खड़े होकर पोस्टमास्टर खाता खोलने को मजबूर हैं. बता दें कि यह सुनने में बड़ा ही आश्चर्य लग रहा होगा, लेकिन यह बात सत्य है. यह मामला राजधानी पटना से सटे मसौढ़ी के नदवां स्थित डाकघर की है. यहां पिछले ढाई सालों से लींक की परेशानी है, जिस वजह से पोस्टमास्टर नेटवर्क की तलाश में इधर-उधर घूम-घूम कर खाता खोलते हैं.

यह भी पढ़ें - पटना डाकघर घोटाला: 1 करोड़ घोटाले के दोनों आरोपी निलंबित, विभाग ने की CBI जांच की मांग

'गांव में लिंक नेटवर्क नहीं रहने के कारण मशीन काम नहीं करता है. ऐसे में किसी भी धारक का खाता खोलने में कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है. पोस्ट ऑफिस छोड़कर सड़क किनारे या बाजार में या फिर कहीं दूर जाकर के मशीन का टावर का इंतजार करना पड़ता है. उसके बाद खाता खोला जाता है.'- रविशंकर, पोस्टमास्टर, नदवां

देखें वीडियो

नदवां डाकघर में यही नहीं, जब किसी भी खाता धारक का खाता खोलने के बाद पासबुक को आने में 8 से 10 महीने लग जाते हैं. इस बीच रोजाना उपभोक्ताओं के साथ झड़प होने लगती हैं. इसको लेकर पोस्टमास्टर इन दिनों परेशान हैं.

यह भी पढ़ें - पटना: मसौढ़ी में डाकघर समेत कई बैंकों का सर्वर फेल, बढ़ी परेशानियां

नदवां डाकघर के पोस्टमास्टर पिछले कई सालों से इस सभी समस्याओं से परेशान है. लिंक नहीं रहने से कई तरह के कामकाज बाधित हो रहे हैं. इन दिनों सुकन्या समृद्धि योजना, पेंशन योजना संबंधित कई तरह के नए खाते खोले जा रहे हैं. लेकिन लींक नहीं रहने के कारण खाता खोलने में बहुत तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

पटना: बिहार का एक ऐसा डाकघर जहां पर लिंक नहीं रहने के कारण सड़क के किनारे खड़े होकर पोस्टमास्टर खाता खोलने को मजबूर हैं. बता दें कि यह सुनने में बड़ा ही आश्चर्य लग रहा होगा, लेकिन यह बात सत्य है. यह मामला राजधानी पटना से सटे मसौढ़ी के नदवां स्थित डाकघर की है. यहां पिछले ढाई सालों से लींक की परेशानी है, जिस वजह से पोस्टमास्टर नेटवर्क की तलाश में इधर-उधर घूम-घूम कर खाता खोलते हैं.

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'गांव में लिंक नेटवर्क नहीं रहने के कारण मशीन काम नहीं करता है. ऐसे में किसी भी धारक का खाता खोलने में कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है. पोस्ट ऑफिस छोड़कर सड़क किनारे या बाजार में या फिर कहीं दूर जाकर के मशीन का टावर का इंतजार करना पड़ता है. उसके बाद खाता खोला जाता है.'- रविशंकर, पोस्टमास्टर, नदवां

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नदवां डाकघर में यही नहीं, जब किसी भी खाता धारक का खाता खोलने के बाद पासबुक को आने में 8 से 10 महीने लग जाते हैं. इस बीच रोजाना उपभोक्ताओं के साथ झड़प होने लगती हैं. इसको लेकर पोस्टमास्टर इन दिनों परेशान हैं.

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नदवां डाकघर के पोस्टमास्टर पिछले कई सालों से इस सभी समस्याओं से परेशान है. लिंक नहीं रहने से कई तरह के कामकाज बाधित हो रहे हैं. इन दिनों सुकन्या समृद्धि योजना, पेंशन योजना संबंधित कई तरह के नए खाते खोले जा रहे हैं. लेकिन लींक नहीं रहने के कारण खाता खोलने में बहुत तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

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