पटना: नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने आज मेदांता अस्पताल में रूसी कोविड वैक्सीन स्पूतनिक वी (Sputnik V) का पहला डोज लगवा लिया है. इसे लेकर नेता सवाल उठा रहे हैं कि इतने हंगामे के बाद तेजस्वी ने वैक्सीन लगवाया, वह भी विदेशी. क्या उन्हें देसी वैक्सीन पर भरोसा नहीं है? नेताओं के इस बयान पर राष्ट्रीय जनता दल ने पलटवार किया है.
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तेजस्वी ने बड़े भाई के साथ लिया वैक्सीन
बता दें कि तेजस्वी ने अपने बड़े भाई तेज प्रताप यादव (Tej Pratap Yadav) के साथ स्पूतनिक वैक्सीन ले ली है. स्पूतनिक वैक्सीन पटना के मेदांता अस्पताल में दी जा रही हैं, जहां इसकी अच्छी खासी मांग है. देश में वैक्सीनेशन कार्यक्रम शुरू होने के करीब साढ़े पांच महीने बाद दोनों नेताओं ने टीका लगवाया है.
एनडीए नेताओं का देना चाहिए ध्यान
'भारत सरकार के माध्यम से जब स्पूतनिक को मान्यता दी गई है और स्पूतनिक हर जगह उपलब्ध है तो वैक्सीन लेने में देसी और विदेशी का मामला कहां से आ जाता है. तेजस्वी यादव ने स्पूतनिक वैक्सीन लेकर कोई गलत नहीं किया है. सरकार तमाम कोशिशों के बावजूद आम लोगों तक आसानी से वैक्सीनेशन उपलब्ध नहीं करा पा रही है. एनडीए नेताओं को पहले इस बात पर ध्यान देना चाहिए कि बिहार में पर्याप्त संख्या में वैक्सीन उपलब्ध हो, जिससे सभी लोगों को समय पर वैक्सीन लग सके.' -एजाज अहमद, प्रदेश प्रवक्ता, राष्ट्रीय जनता दल
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केंद्र सरकार ने उपलब्ध कराया स्पूतनिक टीका
एजाज अहमद ने कहा कि एनडीए सरकार के नेता कोविड वैक्सीन उपलब्ध कराने की बजाय बयानबाजी कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि जब नेता प्रतिपक्ष ने वैक्सीन नहीं लिया था तब भी वह सवाल खड़े कर रहे थे. अब जब उन्होंने वैक्सीन लगवा ली है फिर भी उन्हें परेशानी है. उन्होंने कहा कि देश में फिलहाल तीन तरह के टीके उपलब्ध हैं और केंद्र सरकार ने खुद स्पूतनिक टीका लोगों के लिए उपलब्ध कराया है तो फिर सवाल क्यों उठाया जा रहा है.
केंद्र और राज्य सरकार पर लगाया आरोप
एजाज अहमद ने आरोप लगाया कि सीएम नीतीश कुमार और पीएम नरेंद्र मोदी सिर्फ सियासत कर रहे हैं. उन्हें इस बात से कोई मतलब नहीं कि देश और बिहार के लोगों को कैसे जल्द से जल्द वैक्सीन लगे और लोग इस महामारी से अपना बचाव कर सकें.
तेजस्वी यादव को वैज्ञानिक शोध पर नहीं भरोसा
'तेजस्वी यादव को भारतीय वैज्ञानिकों के शोध पर विश्वास नहीं है. इसीलिए उन्होंने विदेशी वैक्सीन लिया है. नेता प्रतिपक्ष होकर अभी तक उन्होंने वैक्सीन नहीं लिया था और साथ-साथ गरीबों को बरगलाने की भी कोशिश कर रहे थे. जब विधानसभा और विधान परिषद में यह घोषणा कर दी गई कि बिना वैक्सीन के कोई भी सदन में नहीं आ सकता है, तब जाकर नेता प्रतिपक्ष ने वैक्सीन लेने का काम किया है.' -विजय यादव, प्रवक्ता, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा
गरीबों को बरगलाने की कोशिश
विजय यादव ने कहा कि तेजस्वी के पास पैसा है. उन्होंने स्पूतनिक वैक्सीन लेकर अपनी सोच भी गरीबों को बता दी है कि किस तरह की सोच वो रखते हैं. उन्हें बिहार की गरीब जनता से कोई लेना-देना नहीं है. उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव ने जिन गरीबो को वैक्सीन को लेकर बरगलाने का काम किया है, अब उन गरीबो को वैक्सीन लेने की सलाह दे दें. यही उनसे आग्रह करते हैं.
तेजस्वी यादव को पहले ही ले लेना चाहिए वैक्सीन
'नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की आदत हो गई है कि किसी भी मामले में जब तक थू-थू न हो और दबाव न पड़े, तब तक काम नहीं करते हैं. पहले तो वैक्सीन के मुद्दे पर कितनी नकारात्मक राजनीति की. ऐसे तो वैक्सीन पहले ही ले लेना चाहिए था. लेकिन देर आए दुरुस्त आए, इस पर अब सियासत न करें.' -अभिषेक झा, जदयू प्रवक्ता
भाजपा प्रवक्ता ने दी प्रतिक्रिया
वहीं दूसरी ओर भाजपा प्रवक्ता प्रेम रंजन पटेल ने कहा है कि तेजस्वी और तेजप्रताप यादव ने आखिरकार वैक्सीन ले ही ली. लेकिन अभी भी परिवार में लालू यादव, राबड़ी देवी समेत कई लोगों ने वैक्सीन नहीं लगवाया है. नेता प्रतिपक्ष को देसी वैक्सीन और देश के वैज्ञानिकों पर भरोसा नहीं है. इसलिए उन्होंने विदेशी वैक्सीन की ओर रुख किया.
'1 महीने पहले से 18 साल से अधिक उम्र के लोगों को वैक्सीन दी जा रही है. तेजस्वी यादव और तेज प्रताप यादव ने अब तक वैक्सीन नहीं लिया था. लेकिन आज दोनों भाइयों ने स्पूतनिक वैक्सीन का पहला डोज लिया है. लालू परिवार में दोनों भाइयों के अलावा शायद किसी ने वैक्सीन नहीं लिया है.' -प्रेम रंजन पटेल, भाजपा प्रवक्ता