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Prashant Kishor : 'नैतिकता के आधार पर नीतीश दें इस्तीफा, जुगाड़ से चिपके हुए हैं मुख्यमंत्री'

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Published : Jun 3, 2023, 4:18 PM IST

Updated : Jun 3, 2023, 4:46 PM IST

प्रशांत किशोर ने मुख्यमंत्री से नैतिकता के आधार पर इस्तीफा मांगा है. दरअसल, रेल हादसे के बाद जेडीयू की ओर से उठे नैतिकता की आवाज पर प्रशांत किशोर ने नीतीश कुमार को उनकी नैतिकता की याद दिलाई है. प्रशांत किशोर ने कहा कि नीतीश की नैतिकता तब कहां गई जब 43 सीट पर वो सीएम की कुर्सी पर काबिज हुए...

प्रशांत किशोर
प्रशांत किशोर
प्रशांत किशोर, चुनावी रणनीतिकार

पटना : जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर लगातार बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला बोल रहे हैं. इस बार राजनीति में गिरती हुई नैतिकता के स्तर पर प्रशांत किशोर का बेबाक बयान सामने आया है. प्रशांत किशोर ने कहा कि 2014 में नीतीश नहीं हारे लेकिन उनकी पार्टी लोकसभा चुनाव हार गई. जिसके बाद उन्होंने नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे दिया था. पहले असम में हुए रेल हादसे पर तत्कालीन केंद्रीय रेल मंत्री नीतीश कुमार ने 291 लोगों की मौत के बाद नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दिया था. लेकिन आज नीतीश कुमार की नैतिकता कहां गई? जबकि उस समय उन्हें इस्तीफा देने के लिए तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने मना किया था.

ये भी पढ़ें- Opposition Unity: 'जिस का खुद ठिकाना नहीं.. वो देश की दूसरी पार्टियों को इकट्ठा कर रहे हैं', नीतीश पर PK का तंज

''243 विधानसभा वाली सरकार में 43 विधायक जीतकर नैतिकता के आधार पर 2020 का चुनाव नीतीश हार गए. वो जुगाड़ से सीएम बने रहने का फार्मूला जान गए हैं. कभी बीजेपी का पैर पकड़कर तो कभी लालटेन पर लटककर मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठे हुए हैं. इस नैतिकता के आधार पर उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए.'' - प्रशांत किशोर, चुनावी रणनीतिकार

जुगाड़ से नीतीश बने हैं सीएम: नीतीश कुमार कभी भाजपा का पैर पकड़कर, तो कभी लालटेन पर लटककर मुख्यमंत्री की कुर्सी पर चिपके हुए हैं. प्रशांत किशोर ने कहा कि प्रशासक के तौर पर नीतीश कुमार वो व्यक्ति नहीं हैं और न ही राजनेता के तौर पर नीतीश वो व्यक्ति हैं. जो नैतिकता के आधार नीतीश कुमार आज कोई न कोई जुगाड़ लगाकर सीएम की कुर्सी से चिपके रहना चाहते हैं. इसलिए नीतीश कुमार को अब बिहार की जनता से मतलब नहीं है. वह जानते हैं कि जुगाड़ लगाकर सीएम की कुर्सी बचा लेंगे. प्रशांत किशोर ने कहा कि ये वही नीतीश कुमार हैं कि 2020 के विधानसभा के चुनाव में हार गए उसके बावजूद 40-42 विधायक वाले मुख्यमत्री की कुर्सी से चिपके हुए हैं.


नीतीश को नैतिकता के आधार पर देना चाहिए इस्तीफा: प्रशांत किशोर ने कहा कि नीतीश कुमार को वह दिन भी याद करना चाहिए जब कोरोना संक्रमण काल के कारण बिहार के हजारों लोग सड़क पर हजारों मील पैदल चलकर पहुंचे थे. कई लोग काल के गाल में समा गए लेकिन मुख्यमंत्री ने बाहर निकलकर लोगों की समस्या सुनने की कोशिश नहीं की. इस नैतिकता के आधार पर भी नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे देना चाहिए.

प्रशांत किशोर, चुनावी रणनीतिकार

पटना : जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर लगातार बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला बोल रहे हैं. इस बार राजनीति में गिरती हुई नैतिकता के स्तर पर प्रशांत किशोर का बेबाक बयान सामने आया है. प्रशांत किशोर ने कहा कि 2014 में नीतीश नहीं हारे लेकिन उनकी पार्टी लोकसभा चुनाव हार गई. जिसके बाद उन्होंने नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे दिया था. पहले असम में हुए रेल हादसे पर तत्कालीन केंद्रीय रेल मंत्री नीतीश कुमार ने 291 लोगों की मौत के बाद नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दिया था. लेकिन आज नीतीश कुमार की नैतिकता कहां गई? जबकि उस समय उन्हें इस्तीफा देने के लिए तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने मना किया था.

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''243 विधानसभा वाली सरकार में 43 विधायक जीतकर नैतिकता के आधार पर 2020 का चुनाव नीतीश हार गए. वो जुगाड़ से सीएम बने रहने का फार्मूला जान गए हैं. कभी बीजेपी का पैर पकड़कर तो कभी लालटेन पर लटककर मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठे हुए हैं. इस नैतिकता के आधार पर उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए.'' - प्रशांत किशोर, चुनावी रणनीतिकार

जुगाड़ से नीतीश बने हैं सीएम: नीतीश कुमार कभी भाजपा का पैर पकड़कर, तो कभी लालटेन पर लटककर मुख्यमंत्री की कुर्सी पर चिपके हुए हैं. प्रशांत किशोर ने कहा कि प्रशासक के तौर पर नीतीश कुमार वो व्यक्ति नहीं हैं और न ही राजनेता के तौर पर नीतीश वो व्यक्ति हैं. जो नैतिकता के आधार नीतीश कुमार आज कोई न कोई जुगाड़ लगाकर सीएम की कुर्सी से चिपके रहना चाहते हैं. इसलिए नीतीश कुमार को अब बिहार की जनता से मतलब नहीं है. वह जानते हैं कि जुगाड़ लगाकर सीएम की कुर्सी बचा लेंगे. प्रशांत किशोर ने कहा कि ये वही नीतीश कुमार हैं कि 2020 के विधानसभा के चुनाव में हार गए उसके बावजूद 40-42 विधायक वाले मुख्यमत्री की कुर्सी से चिपके हुए हैं.


नीतीश को नैतिकता के आधार पर देना चाहिए इस्तीफा: प्रशांत किशोर ने कहा कि नीतीश कुमार को वह दिन भी याद करना चाहिए जब कोरोना संक्रमण काल के कारण बिहार के हजारों लोग सड़क पर हजारों मील पैदल चलकर पहुंचे थे. कई लोग काल के गाल में समा गए लेकिन मुख्यमंत्री ने बाहर निकलकर लोगों की समस्या सुनने की कोशिश नहीं की. इस नैतिकता के आधार पर भी नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे देना चाहिए.

Last Updated : Jun 3, 2023, 4:46 PM IST
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