पटना: बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर बिहार में सियासत जोरों पर है. पक्ष-विपक्ष एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं. इसी कड़ी में बीजेपी ने महागठबंधन पर नेतृत्व का अभाव होने का आरोप लगाया और तेजस्वी यादव पर जमकर निशाना साधा. जिस पर रालोसपा ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है.
बीजेपी प्रवक्ता निखिल आनंद ने कहा कि नेतृत्व को लेकर महागठबंधन में विवाद बरकरार है. जीतन राम मांझी के बाद उपेंद्र कुशवाहा भी नेतृत्व को लेकर लगातार सवाल खड़े कर रहे हैं. महागठबंधन की एकता खतरे में है. महागठबंधन में लंबे समय से कोआर्डिनेशन कमेटी के गठन की मांग उठाई गई है, लेकिन आरजेडी की ओर से कोई सकारात्मक पहल नहीं हुई. सच तो ये है कि महागठबंधन के तमाम घटक दल तेजस्वी यादव को नेता मानने के लिए तैयार नहीं है. तेजस्वी लोकसभा चुनाव के समय में नेता थे, तो महागठबंध का सूफड़ा साफ हो गया था. इसीलिए उनके नेतृत्व को नेताओं ने खारिज कर दिया है.
'महागठबंधन में भ्रम की स्थिति पैदा करना चाहती है बीजेपी'
बीजेपी प्रवक्ता के आरोप पर जबाव देते हुए रालोसपा प्रवक्ता अभिषेक कुमार ने कहा है कि महागठबंधन में कोई विवाद नहीं है. महागठबंधन अब एनडीए के नेताओं से हिसाब मांगेंगे. इसलिए वह भ्रम की स्थिति पैदा करना चाहते हैं. जनता उनके बहकावे में आने वाली नहीं है. विधानसभा चुनाव में इनका सत्ता से जाना तय है. वहीं, उन्होंने सरकार को नसीहत देते हुए कहा कि बिहार इस समय दोहरी मार झेल रहा है. सरकार को उस पर ध्यान देना चाहिए कि किस तरह से लोगों की मदद की जाए.