पटना: पुलिस मुख्यालय के एडीजी(लॉ ऑफ आर्डर) अमित कुमार ने बताया कि 22 फरवरी से पुलिस सप्ताह कार्यक्रम की शुरूआत की जाएगी. उन्होंने कहा कि इस तरह के कार्यक्रम पिछले 14 साल से लगातार किए जाए रहे हैं. इस बार बाहर के एक्सपर्ट को बुलाए जाएंगे. ताकि पुलिस अधिकारियों और जवानों को बेहतर तकनीक के बारे में जानकारी दी जाए.
पुलिस कार्यक्रम में शामिल होंगे नए एक्सपर्ट्स
इस कार्यक्रम का उद्घाटन अपर मुख्य सचिव आमिर सुबहानी द्वारा किया जाएगा. 22 फरवरी को घुड़सवारी का कार्यक्रम निर्धारित किया गया है. साथ ही जिला स्तर पर बीएसपी कार्यक्रम कराएंगे. पुलिस पदाधिकारियों को इन्वेस्टिगेशन को नई तकनीकी की जानकारी दी जाएगी. पुलिस के लिए जन संवाद कैसे जरूरी होता है यह बताया जाएगा. नए मामलों के एक्सपर्ट्स को आमंत्रित किया गया है.
बताए जाएंगे नए तकनीक
पुलिस मुख्यालय के एडीजी सीआईडी विनय कुमार ने बताया कि संक्रमण को देखते हुए इंदौर कार्यक्रम में 50 फीसदी लोगों को बुलाया जाएगा. ऑनलाइन कार्यक्रम को 10,000 पुलिसकर्मी देखें यह हमारी कोशिश रहेगी. पुलिस कर्मियों को आर्थिक अपराध इकाई, पुलिस वेलफेयर टेररिज्म, महिला पुलिस कर्मी का किस क्षेत्र में इस्तेमाल करना है इसे भी विस्तार से बताया जाएगा.
वर्क लाइफ विद बैलेंस डिजिटल एविडेंस का इस्तेमाल क्रिमिनल जस्टिस सिस्टम के बीच सामान्य से कैसे बैठाया जाए इन सभी विषयों पर पुलिस सप्ताह के दौरान चर्चा की जाएगी.
गोपालगंज की घटना पर एडीजी की सफाई
गोपालगंज में हुई लोगों की मौत मामले में एडीजी लॉ एंड ऑर्डर अमित कुमार ने कहा कि प्रथम दृष्टया मामला जहरीली शराब से मौत का है. थानेदार को इस मामले में निलंबित किया गया है. जांच के बाद दूसरे आरोपी पर भी कार्रवाई की जाएगी. छपरा के गिरफ्तार जावेद को लेकर उन्होंने कहा कि सभी विषयों पर जांच चल रही है. अभी इससे ज्यादा कुछ कहना संभव नहीं है.
वहीं, नरकटियागंज के तत्कालीन डीएसपी निसार अहमद डीएसपी से डिमोट कर इंस्पेक्टर बनाए जाने पर एडीजी लॉ एंड आर्डर अमित कुमार ने कहा कि यह पूरी तरह से गलत मामला था और निर्दोष व्यक्ति को डीएसपी के सुपर विजन पर जेल जाना पड़ा था. जिसके बाद डीएसपी को डिमोट किया गया है.