पटना(मसौढ़ी): जनता की रक्षा करने वाले इनदिनों राजधानी के मसौढ़ी में खुद असुरक्षित महसूस कर रहे हैं. दर्जनों जवान इनदिनों रतजगा कर रात गुजारने को विवश हैं. दरअसल, जवानों को रहने के लिए जो बैरक दिया गया है, वह काफी जर्जर हाल में है. दिन-रात कोई न कोई अनहोनी होने का भय बना रहता है.
परेशानी का आलम यह है कि जिस बिल्डिंग मे सभी जवान रह रहे हैं वह पूरी तरह से जर्जर स्थिति में है. सभी दीवारों में दरारें आ चुकी हैं. जवानों की मानें तो जब कभी बारिश होती है भारी मात्रा में छत से प्लास्टर गिरने लगते हैं. जिस कारण जवान रतजग्गा करने को विवश हैं.
हो चुकी हैं दुर्घटनाएं
बिल्डिंग में दो बैरक हैं. एक बैरक मे पुलिस छत पर प्लास्टिक लगाकर रह रहे है तो वहीं दूसरी तरफ के बैरक में गिरते हुए प्लास्टर के बीच जवान किसी तरह बच-बचाकर अपना गुजारा कर रहे हैं. वह बेड बिछाकर किसी तरह रहने को विवश हैं. जवानों ने बताया कि जर्जर बिल्डिंग को लेकर बड़े पदाधिकारियों को सूचना दी गई है बावजूद कोई सुनवाई नहीं हो रही है.
ड्यूटी में जान का खतरा
ईटीवी भारत पर सभी जवानों ने अपना दर्द बताते हुए कहा कि वे किसी तरह से ड्यूटी निभा रहे हैं. कब क्या होगा कुछ कहा नहीं जा सकता है. तकरीबन कई सालों से वे जर्जर बिल्डिंग में रह रहे हैं. कई बार प्लास्टर गिरने की वजह से जवान चोटिल भी हो चुके हैं. यहां रह रहे जवानों के बीच दहशत का आलम है.