पटनाः 5 अप्रैल, 2016 से बिहार में पूर्ण शराबबंदी (Liquor Ban in Bihar) है. इसके बावजूद भी जहरीली शराब से सैकड़ों लोगों की मौतें हो चुकी है. 16 नवंबर को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Bihar CM Nitish Kumar) ने शराबबंदी की समीक्षा बैठक (Liquor Ban Review Meeting) की और कानून को सख्ती से लागू कराने को लिए चौकीदार से लेकर अधिकारियों तक की जिम्मेदारी तय की.
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इस उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक के बाद मद्य निषेध एवं उत्पाद विभाग की टीम और बिहार पुलिस बड़े पैमाने पर छापेमारी अभियान चला रही है. शराबबंदी कानून को सख्ती से लागू करवाने हेतु यूपी, हरियाणा, झारखंड, दिल्ली सहित अन्य प्रदेशों से बिहार शराब सप्लाई करने वाले शराब माफियाओं को चिन्हित किया जा रहा है.
पुलिस मुख्यालय के विशेष सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार लगभग डेढ़ सौ ऐसे शराब माफियाओं को चिन्हित किया गया है, जो अन्य राज्यों से बिहार में शराब की बड़ी खेप सप्लाई करते हैं. पुलिस ने उन सभी शराब माफियाओं की लिस्ट तैयार कर रखी है. पुलिस सूत्रों के अनुसार पुलिस की लिस्ट में कई बड़े सफेदपोश भी शामिल हैं. इनपर भी कार्रवाई की जाएगी.
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पुलिस मुख्यालय के एडीजी जितेंद्र सिंह गंगवार ने कहा कि शराबबंदी कानून को सख्ती से पालन करवाने हेतु बिहार पुलिस और मद्य निषेध विभाग अभियान चलाकर शराब तस्करों की गिरफ्तारी करने में जुटा है. पहले भी राज्य के बाहर के कई शराब तस्करों की गिरफ्तार किया गया है और आगे भी पुलिस ने रणनीति के तहत ऐसे शराब तस्करों को चिन्हित करने का काम कर रही है.
गौरतलब है कि बिहार पुलिस और मद्य निषेध की टीम द्वारा हरियाणा झारखंड पंजाब से शराब तस्करों को गिरफ्तार कर उन्हें बिहार में सजा दी जा चुकी है. पुलिस मुख्यालय द्वारा मिली जानकारी के अनुसार शराब पीने और बेचने वाले धंधेबाजो की कमर तोड़ने के लिए पटना में 13 आईपीएस अफसरों के साथ 34 थानेदारों को कमान सौंपी गई है. डॉग स्क्वायड टीम के साथ साथ एक हजार पुलिसकर्मियों को छापेमारी अभियान में लगाया गया है.
हर टीम का नेतृत्व डीएसपी रैंक के अधिकारी कर रहे हैं. इसके अलावा शराबबंदी कानून को सख्ती से लागू करवाने हेतु विभिन्न तरह के जागरूकता अभियान लोगों के बीच शराब ना पीने की शपथ और रैली के माध्यम से लोगों को जागरूक किया जा रहा है. बिहार में अब तक करीब 3 लाख 48 से हजार मामले दर्ज किए गए हैं.
शराबबंदी कानून के तहत कार्रवाई अब तक
- बिहार में अब तक 3 लाख 48 से हजार मामले दर्ज किए गए हैं.
- 4 लाख से ज्यादा लोगों की गिरफ्तारी शराब बंदी कानून के तहत की गई है
- 61,350 वाहन जब्त किए गए हैं.
- 1,25,00,000 लीटर से अधिक विदेशी शराब जब्त किए गए हैं.
- 67.97 लाख लीटर से ज्यादा देसी शराब जब्त किए गए हैं.
- कानून लागू होने के बाद से अब तक 700 से अधिक पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई हुई है.
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बता दें कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा हाई लेवल बैठक के बाद से पटना में करीब एक हजार से अधिक जगहों पर छापेमारी की गई है. इस कड़ी में मुसहरी, रेलवे लाइन के आसपास का इलाका, खेतिहर इलाका, दियारा, झुग्गी झोपड़ी, होटल, मॉल को खंगाला गया है. इस कार्रवाई में दो सौ से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
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