पटना: बिहार में इन दिनों लगातार कई डीएसपी (DSP) पर गंभीर आरोप लगे हैं. दुष्कर्म के आरोप से घिरे डीएसपी कमल कांत प्रसाद को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर इस संबंध में गृह विभाग (Home Department) ने अधिसूचना जारी कर दी थी.
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दरअसल, डीएसपी कमल कांत प्रसाद (DSP Kamal Kant Prasad) पर गया में पदस्थापन के दौरान एक नाबालिग लड़की से दुष्कर्म करने का आरोप लगा था. इस संबंध में कमल कांत प्रसाद की गिरफ्तारी के लिए आदेश दिए गए हैं, लेकिन अब तक इनकी गिरफ्तारी नहीं हो पाई है.
वहीं, बक्सर (Buxar) के प्रशिक्षु डीएसपी को कोडरमा में हत्याकांड मामले में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है. बिहटा में डीएसपी ने पिता और बेटे को कस्टडी में मार कर अधमरा करने के मामले में और अन्य मामले में अपने पद का गलत इस्तेमाल करने वाले उन सभी पुलिस उपाधीक्षक के खिलाफ जल्द कड़ी कार्रवाई कब की जाएगी, यह सवाल उठ रहा है.
कुछ दिन पहले राजधानी पटना के एसटीएफ में पदस्थापित डीएसपी अमन कुमार (DSP Aman Kumar) पर एक महिला ने यौन शोषण के साथ-साथ उन पर धमकी देने का आरोप लगाया है. आखिर सवाल यह उठ रहा है कि इन दिनों लगातार बिहार के कई डीएसपी पर गंभीर आरोप लग रहे हैं, इसके बावजूद भी पुलिस मुख्यालय द्वारा अब तक क्या कुछ कार्रवाई की जा रही है.
''बक्सर के प्रशिक्षु डीएसपी द्वारा कोडरमा में हत्याकांड का मामला, बिहटा में डीएसपी द्वारा पिता पुत्र को कस्टडी में मार कर अधमरा करने का मामला, डीएसपी अमन पर लगे आरोप या गया के डीएसपी पर लगे आरोप हों सभी की जांच जारी है. दोषी पाये जाने पर जल्द ही इन सभी के खिलाफ कड़ी विभागीय और कानूनी कार्रवाई की जाएगी.''- जितेंद्र कुमार, एडीजी, पुलिस मुख्यालय
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पुलिस मुख्यालय (Police Headquarter) के एडीजी जितेंद्र कुमार (ADG Jitendra Kumar) के मुताबिक अपने पद का गलत इस्तेमाल करने वाले उन सभी पुलिस उपाधीक्षक के खिलाफ जल्द कड़ी कार्रवाई की जायेगी. इसके लिये जांच अंतिम पड़ाव पर है. हालांकि, सवाल यह उठ रहा है कि जब पुलिस अधिकारी ही ऐसे घिनौनी वारदातों को अंजाम देंगे तो पुलिस पर आम जनता कैसे भरोसा करेगी.