पटना: बिहार में बढ़ रहे अपराध और बिगड़ी लॉ एंड आर्डर को देखते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार काफी एक्टिव दिख रहे हैं. पिछले डेढ़ महीने में सीएम नीतीश कुमार ने 5वीं बार लॉ एंड आर्डर को लेकर समीक्षा बैठक की है. इस बैठक में सीएम ने जो निर्णय लिए हैं. उसको लेकर पुलिस मुख्यालय की ओर से सभी जिलों के एसपी को निर्देश दिया गया है कि मामलों का तेजी से निपटारा करें.
2 बार सीएम नीतीश कुमार खुद एक हफ्ता के अंदर पुलिस मुख्यालय आकर अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक कर चुके हैं. समीक्षा बैठक के बाद उन्होंने पुलिस कर्मियों को चेतावनी देते हुए कह दिया कि भ्रष्टाचार में संलिप्त पुलिस कर्मियों या कोई भी अधिकारी को बख्शा नहीं जाएगा. वहीं, कोई भी निर्दोष व्यक्ति किसी घटना में जेल नहीं जाना चाहिए और दोषी व्यक्ति बचना नहीं चाहिए. एडीजी मुख्यालय जितेंद्र कुमार के मुताबिक समीक्षा बैठक के बाद दिए गए निर्देशों को पुलिस मुख्यालय की ओर से स्टेटेजी के तहत रिव्यू किया जा रहा है.
"मुख्यमंत्री ने बुधवार को पुलिस अनुसंधान विभाग(CID) और बिहार मिलिटरी फोर्स (BMP) के किए जा रहे कार्यों की समीक्षा की. समीक्षा बैठक के बाद पुलिस को सर्विस डिलीवरी मेकनिज्म को बेहतर और गुणवत्ता पूर्ण करने का निर्देश दिया गया है. अपराध अनुसंधान विभाग की ओर से जो भी अनुसंधान किए जा रहे हैं. उनकी गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए गए हैं. बिहार में इन दिनों घट रही अपराधिक घटनाओं के अनुसंधान में एसएसएल श्वान दस्ता और दूसरे तकनीकी अनुसंधान को अनुसंधान करने का निर्देश दिया गया है. वहीं, ज्यादा से ज्यादा घटनाओं में FSL के माध्यम से अनुसंधान हो सके उसके लिए सभी पुलिस रेंज में FSL लैब स्थापित करने पर विचार-विमर्श जारी है."- जितेंद्र कुमार, एडीजी, पुलिस मुख्यालय
सीएम लगातार कर रहे लॉ एंड ऑर्डर की समीक्षा
दरअसल जानकारों का मानना है कि विधानसभा चुनाव 2020 के नतीजों से ही सीएम नीतीश कुमार को एहसास होने लगा था कि 2005 में जब एनडीए की सरकार बनी थी तब कानून व्यवस्था को लेकर काफी काम किया गया. उस समय सरकार और पुलिस प्रशासन की ओर से जो कदम उठाए गए थे, उसे फिर से मॉनिटरिंग करने की जरूरत है. इसी को लेकर सीएम लगातार लॉ एंड ऑर्डर की समीक्षा बैठक कर रहे हैं. नीतीश कुमार की पहचान देश में सुशासन बाबू के रूप में होती है लेकिन पिछले कुछ महीनों में जिस तरह से बिहार में हत्या, लूट, छिनतई और चोरी की घटनाएं घटी है. उससे ना सिर्फ विपक्ष बल्कि जनता के मन में भी कई तरह के सवाल उठ रहे हैं.