पटना: हाल ही में जेडीयू से बाहर निकाले गए प्रशांत किशोर को बंगाल सरकार ने 'जेड' श्रेणी की सुरक्षा देने का फैसला लिया है. पिछले साल ही तृणमूल कांग्रेस ने पीके को अपनी चुनावी रणनीति की जिम्मेदारी सौंपी है.
विरोधियों के निशाने पर पीके
टीएमसी के अनुसार प्रशांत किशोर उनके चुनावी रणनीतिकार है, ऐसे में उन पर हमले भी हो सकते हैं. लिहाजा उनकी सुरक्षा जरूरी है. इसी के मद्देनजर उन्हें जेड श्रेणी की सुरक्षा देने का फैसला लिया गया है.
बंगाल में होना है नगर निगम का चुनाव
बता दें कि लोकसभा चुनाव के बाद बंगाल में हुए उपचुनाव में प्रशांत किशोर ने रणनीतिकार के रूप में अच्छी भूमिका निभाई थी. जिससे तृणमूल कांग्रेस को जीत भी मिली थी. अब आने वाले दिनों में बंगाल में नगर निगम का चुनाव होने वाला है. ऐसे में वहां पीके की भूमिका बहुत अहम मानी जा रही है.
क्या है 'जेड' श्रेणी की सुरक्षा
जेड श्रेणी की सुरक्षा में 22 सुरक्षाकर्मी होते हैं. जिसमें 4 से 5 एनएसजी के कमांडो शामिल होते हैं. इसके अलावा इसमें आईटीबीपी, एनएसजी और सीआरपीएफ के जवान होते हैं.