पटनाः राजधानी पटना से सटे फुलवारी शरीफ में एक हत्या मामला को सुलझाने में पुलिस पर लापरवाही का आरोप है. फुलवारी शरीफ पुलिस ने 17 दिसंबर को एक शव को बरामद किया था, जिसकी पहचान नहीं हो पाई थी. शव का पोस्टमार्टम करा कर 72 घंटे तक एम्स में रखा. लेकिन इस दौरान सत्यापन नहीं किया गया. इसी बीच परिजन जब शव पहचाने के लिए पहुंचे तो पुलिस उसका अंतिम संस्कार (Phulwari sharif Police cremated As unclaimed dead body) कर चुकी थी.
ये भी पढ़ें-पटना में प्रॉपर्टी डीलर की गोली मारकर हत्या, फायरिंग में भाई और पिता बुरी तरह घायल
"यह पुलिस की लापरवाही है. 6 महीने पहले अपराधियों ने राकेश के चचेरे भाई सूरज चौहान की गोली मारकर हत्या कर दी थी."-मुन्ना चौहान, मृतक के पिता
13 दिसंबर को लापता होने का मामला कराया गया था दर्जः 20 दिसंबर को गोबिंदपुर के रहने वाले मुन्ना चौहान का पुत्र राकेश चौहान का परिवार लावारिस शव मिलने की सूचना मिली तो परिवार फुलवारी थाना पहुंच फोटो के माध्यम से मृतक की पहचान की. पहचान में यह निकलकर सामने आया कि 13 दिसंबर को राकेश चौहान की गुमशुदगी का रिपोर्ट फुलवारीशरीफ थाने में दर्ज किया गया था. पुलिस ने जिस दिन शव मिला था उस दिन तो शिनाख्त कराने की कोशिश की. लेकिन उसके बाद उसे पोस्टमार्टम में भेज दिया और फिर भूल गई. पुलिस चुनाव के माहौल में भूल गयी. मृतक के माता-पिता को बेटे का शव देखने को भी नहीं मिला.
जल्द होगी आरोपियों की गिरफ्तारीः पटना फुलवारी शरीफ पुलिस से परिवार वाले आरोपियों की गिरफ्तारी और सजा दिलाने की मांग कर रहे हैं. पुलिस इस मामले में परिजनों के सामने आने के बाद कार्रवाई में जुट गई है. मामले में संदेह के आधार पर 2 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है. हालांकि पुलिस हत्या की वजह अभी तक खोज नहीं पायी है. पुलिस के मुताबिक मामले का खुलासा जल्द ही कर दिया जायेगा.