पटना: पटना हाई कोर्ट में आज बुधावर को BSSC CGL-3 की दूसरी और तीसरी पाली की प्रीलिम्स परीक्षा को रद्द कराने को लेकर हाईकोर्ट में दायर याचिका पर सुनवाई हुई. CWJC- 2376 और CWJC- 5802, बीएसएससी परीक्षा को लेकर हाईकोर्ट में दो मामले चल रहे हैं. इससे पहले CWJC- 5802 के मामले में 5 जुलाई को सुनवाई हुई थी. आयोग को जवाब दायर करने को निर्देशित किया गया था लेकिन आज आयोग ने जवाब नहीं दायर किया. अब 24 जुलाई को आयोग को लिखित जवाब देना है.
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पीटी पर रोक को लेकर याचिका दायरः इस बात की जानकारी आज बुधवार 19 जुलाई को हाई कोर्ट में सुनवाई के बाद याचिकाकर्ता अभ्यर्थियों ने दी. छात्र नेता सौरव कुमार 11 अभ्यर्थियों के साथ मिलकर बीएसएससी सीजीएल 3 की द्वितीय पाली और तृतीय पाली की परीक्षा को रद्द कराने के लिए और प्रीलिम्स रिजल्ट पर रोक लगाने के लिए याचिका दायर की गयी है. सौरव कुमार ने कहा कि हाई कोर्ट में जो सुनवाई हुई है उसमें बिहार कर्मचारी चयन आयोग ने जो CWJC- 2376 मामले में हलफनामा दिया है. उसमें यह स्पष्ट लिखा है कि द्वितीय और तृतीय पाली की परीक्षा के क्वेश्चन पेपर लीक हुए हैं.
"पूरा विश्वास है कि माननीय कोर्ट से द्वितीय और तृतीय पाली की परीक्षा को रद्द किया जाएगा और प्रदेश के 9 लाख अभ्यर्थियों के साथ न्याय होगा. आयोग ने जिस आनन-फानन में प्रीलिम्स परीक्षा का रिजल्ट जारी करके मेंस परीक्षा की डेट जारी कर दी, इससे अभ्यर्थियों में आक्रोश है. तमाम साक्ष्य को लेकर कोर्ट की शरण में आए हैं."- सौरव कुमार, छात्र नेता
जांच अभी जारी हैः अभ्यर्थी आशीष सिंह ने बताया कि बीएसएससी सीजीएल-3 की परीक्षा के दौरान आयोग ने सिर्फ यही कहा कि 23 दिसंबर को प्रथम पाली की परीक्षा का ही क्वेश्चन पेपर लीक हुआ है और उसी को रद्द करके दोबारा परीक्षा आयोजित किया गया. लेकिन आज कोर्ट में आयोग ने मान लिया है कि द्वितीय और तृतीय पाली की परीक्षा के दौरान भी क्वेश्चन पेपर लीक हुए. उन्होंने कहा कि कोर्ट में उन लोगों ने इस जानकारी को भी प्रस्तुत किया है कि आरटीआई की ओर से बीते दिनों जब उन लोगों ने जवाब मांगा था कि अभ्यर्थियों ने तमाम साक्ष्य उपलब्ध कराए थे उसके आलोक में आयोग ने क्या किया. इस पर आयोग का जवाब आया कि जांच अभी जारी है.
जैमर लगे थे तो प्रश्न पत्र लीक कैसे हुआ: बीएसएससी अभ्यर्थी सूरज सिंह तोमर ने कहा कि आयोग ने मान लिया है कि क्वेश्चन पेपर लीक हुए हैं. उन्हें इस बात से कोई मतलब नहीं पड़ता कि क्वेश्चन पेपर परीक्षा खत्म होने से 1 मिनट पहले लीक हुए हैं या 50 मिनट पहले. क्वेश्चन का पीडीएफ घूम रहा था और आयोग चारों क्वेश्चन सेट को क्यों नहीं सार्वजनिक कर रहा है यह भी सवालों के घेरे में है. परीक्षा केंद्र के अंदर मोबाइल वर्जित था सभी केंद्र पर जैमर लगाए गए थे, जूता मोजा पहन कर आना वर्जित था, ऐसे में परीक्षा का क्वेश्चन कैसे वायरल हो गया यही अपने आप में बड़ा सवाल है.
प्रथम पाली की परीक्षा दुबारा करायीः बीएसएससी सीजीएल 3 के तहत 2187 पदों के लिए निकली वैकेंसी के लिए प्रीलिम्स परीक्षा का आयोजन 23 दिसंबर को दो पालियों में और 24 दिसंबर को एक पाली में आयोजित किया गया. इस दौरान 23 दिसंबर को प्रथम पाली की परीक्षा क्वेश्चन पेपर लीक होने के कारण रद्द कर दिया गया जबकि अभ्यर्थी इस बात को लेकर काफी हंगामा किए की दूसरी और तीसरी पाली की परीक्षा के भी क्वेश्चन सोशल मीडिया में घूम रहे हैं और पूरी परीक्षा को रद्द किया जाए. हालांकि आयोग ने प्रथम पाली की परीक्षा को दुबारा 5 मार्च को आयोजित कराया. 31 मई को प्रीलिम्स परीक्षा का रिजल्ट जारी कर दिया गया.