नई दिल्ली : राजधानी दिल्ली में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए देश के सबसे बड़े अस्पताल एम्स में ओपीडी सेवाओं के लिए ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन बंद कर देने से मरीजों पर इसका असर साफ तौर दिखाई दे रहा है.
मालूम हो कि दिल्ली के एम्स अस्पताल में दिल्ली के अलावा उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान और मध्य प्रदेश समेत देश के कोने-कोने से लोग इलाज के लिए आते हैं, ऐसे में ओपीडी बंद होने की जानकारी अभी तक अधिकतर लोगों के पास नहीं है.
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ताजा मामला एम्स से ही है, जहां ओपीडी बंद होने से बिहार से आए एक परिवार को यहां आने के बाद निराशा हाथ लगी. दरअसल, लालू नामक शख्स अपनी पत्नी और छोटे भाई के साथ एम्स अस्पताल में भाई के फेफड़ों का इलाज कराने के लिए पहुंचे, लेकिन यहां आकर रजिस्ट्रेशन बंद होने की जानकारी मिली. ऐसे में अब ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के बाद ही उनके भाई का इलाज संभव हो पाएगा.
ईटीवी भारत के बात करते हुए लालू ने कहा कि वह 2 दिन ट्रेन से हजारों किलोमीटर का सफर तय कर वह एम्स पहुंचे हैं. उन्होंने बताया कि पटना मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल से उनके भाई को इलाज के लिए एम्स रेफर करने के बाद वह यहां पहुंचे.
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लालू ने बताया कि यहां दिल्ली में उनका कोई भी रिश्तेदार नहीं रहता है. ऐसे में वह रहने को लेकर काफी परेशान है. इलाज के लिए काफी उम्मीदों से एम्स अस्पताल आए थे. पीएमसीएच में पिछले 5 सालों से भाई का इलाज चल रहा था, लेकिन कोई हल नहीं निकला, जिसके बाद अस्पताल रेफर कर दिया गया.
गौरतलब है कि कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए दिल्ली में सरकार हर दिन नियमों नई गाइडलाइन और प्रतिबंध जारी कर रही है ऐसे में जागरूकता का अभाव दूर-दराज से आए मरीजों के लिए परेशानी का सबब बन जाता है.