पटना: बिहार की राजधानी पटना स्थित संजय गांधी जैविक उद्यान 50 साल का हो गया है. 22 जुलाई को पटना चिड़ियाघर का 50 वां स्थापना दिवस विशेष रूप से मनाया गया. संजय गांधी जैविक उद्यान के निदेशक सत्यजीत कुमार ने ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान बताया कि बहुत ही हर्ष का विषय है कि पटना जू को केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण नई दिल्ली ने वर्ष 2022 में मूल्यांकन में बड़े चिड़िया घरों में चतुर्थ स्थान प्रदान किया है.
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तीन महीने तक मनेगा स्थापना महोत्सव : सत्यजीत कुमार कहा कि विभाग ने पटना जू के 50वें स्थापना वर्ष को आगामी 3 महीने तक महोत्सव के रूप में मनाने का निर्णय लिया है. इसके तहत 25 से 29 जुलाई तक व्याघ्र सप्ताह मनाया जा रहा है. इस कार्यक्रम के तहत विभिन्न प्रकार के बाघ संरक्षण केंद्रित कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा. 29 जुलाई को आसाम जू से लाए गए काले तेंदुए को आम जनों को देखने के लिए छोड़ा जाएगा.
नेशनल बायोलाॅजी कान्फ्रेंस में होगा विद्वानों का जुटान : 5 से 7 अगस्त तक नेशनल बायोलॉजी कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया जाएगा. इस कार्यक्रम में देशभर के चिड़ियाघरों के बायोलॉजिस्ट का जुटान होगा. इसमें कई प्रख्यात विशेषज्ञ अपने अनुभव साझा करेंगे. इस कार्यक्रम में स्कूल-कॉलेज के छात्र छात्राओं को आमंत्रित किया जाएगा. 17 से 21 अगस्त तक डॉल्फिन सप्ताह मनाया जाएगा. डॉल्फिन सप्ताह के अंतर्गत पटना जू को केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण ने गंगेटिक डॉल्फिन के संरक्षण के लिए कोर्डिनेटिंग जू घोषित किया है. साथ ही इसमें विशेषज्ञ लोगों को डॉल्फिन संरक्षण से संबंधित जानकारी देंगे.
"29 जुलाई को पटना जू में बाघ दिवस को विशेष रूप में मनाया जाएगा. बाघों के संरक्षण के लिए अभियान भी चलाया जाएगा .बाघों की घटती आबादी पर नियंत्रण करने के लिए विशेष सेमिनार भी किया जाएगा" - सत्यजीत कुमार, निदेशक, राजीव गांधी जैविक उद्यान
पटना जू को गैंडा संरक्षण में पहला स्थान: तीन और चार सितंबर को दो दिवसीय जलीय वन्य प्राणी सप्ताह के रूप में मनाया जाएगा. इस कार्यक्रम के तहत कछुआ, उदबिलाव और घड़ियाल संरक्षण से संबंधित विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. इसमें विशेषज्ञ अपने अनुभव को साझा करेंगे. 20 और 22 सितंबर को गैंडा सप्ताह मनाया जाएगा. उन्होंने कहा कि पटना जू गैंडा संरक्षण कार्य में देश में प्रथम स्थान रखता है. इस भूमिका को देखते हुए केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण ने पटना जू को कंजर्वेशन पार्टनर बनाया है.
34 एकड़ में फैला है पटना जू : 2 से 8 अक्टूबर तक वन्य प्राणी सप्ताह अंतिम समारोह के रूप में मनाया जाएगा और पटना जू के आरंभ से लेकर अब तक की यात्रा में किए जाने वाले योगदानों को लोगों को बताया जाएगा. बता दें कि 34 एकड़ भूमि में साला पटना जू में प्रतिदिन पर्यटकों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है. लोगों की बढ़ोतरी को ध्यान में रखते हुए नए-नए वन्य जीव को चिड़ियाघर में लाया जा रहा है. चिड़ियाघर में एक सौ से ज्यादा विभिन्न प्रजातियों के 1000 से अधिक जानवर व पक्षी मौजूद हैं.