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क्या ऐसे करेंगे बाढ़ से सुरक्षा..? बाढ़ में कटाव रोकने में संवेदक की लापरवाही, परेशान ग्रामीणों ने किया हंगामा

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Published : Jul 12, 2022, 3:28 PM IST

पुनपुन नदी पर(Punpun River Patna) भगवानगंज के खैनिया गांव में कटाव रोधी कार्य में जियो बैग के बदले सीमेंट की बोरियां लगाई जा रही है. बाढ के बहाव में सीमेंट की बोरी बर्बाद हो जाते हैं. जिस कारण ग्रामीणों ने विरोध किया है. पढ़ें पूरी खबर...

पुनपुन नदी
पुनपुन नदी

पटना: बिहार में बारिश में बाढ़ से बचने के लिए पटना जिला प्रशासन (Patna District Administration) कई तरह के उपाय (Administration Alert For Flood in patna) करती है. लेकिन फिर भी बाढ़ के कारण कटाव रुक नहीं रहा है. इसके लिए संवेदक के द्वारा जिला प्रशासन कटाव से बचने के लिए काम करवा रही थी. संवेदक के लापरवाही के कारण ग्रामीणों को विरोध करना पड़ रहा है. जिला प्रशासन ने कटाव से बचने से किये निविदा के आधार पर जियो बैग लगाने का काम संवेदक को दिया था लेकिन संवेदक के द्वारा बांध पर सीमेंट की बोरी में बालू और मिट्टी भरकर वहां पर लगा दी गई जिसका ग्रामीण विरोध कर रहे हैं.


यह भी पढ़ें: परमान नदी में 3 लड़कियों की डूबने से मौत, 2 बहनों को बचाने के चक्कर में तीसरी भी डूबी

ग्रामीणों ने जताया विरोध: दरअसल पुनपुन नदी के किनारे भगवानगंज थाना क्षेत्र में डेढ़ किलोमीटर तक तटबंध मरम्मत में जिओ बैग लगाने के बदले सीमेंट की बोरी में बालू और मिट्टी भरकर तटबंध पर कटाव रोधी काम हो रहे हैं. इसी बात से गुस्से में ग्रामीणों ने विरोध जताया है और कहा कि क्या ऐसे ही बाढ से सुरक्षा की जाएगी, ऐसे में तो पूरा गांव बह जाएगा.


संवेदक की लापरवाही से ग्रामीणों में गुस्सा: पुनपुन के आसपास बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षा के नाम पर जहां सरकार बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में बाढ़ आपदा को लेकर हर संभव मदद के लिए तत्पर दिख रही है. वहीं संवेदकों की लापरवाही खुलकर सामने आ रही है. एक और ऐसा ही मामला मसौढ़ी प्रखंड की है जहां पुनपुन नदी के किनारे खैनिया गांव के पास सुरक्षा को लेकर कटाव रोधी काम किया जा रहा है. जहां पर तटबंध की किनारे जिओ बैग के बदले सीमेंट के बोरे में बालू और मिट्टी भरकर तटबंध सुरक्षित रखने की तैयारी चल रही है. इस मामले में भी ग्रामीणों ने विरोध करते हुए कहा कि जियो बैग लगाकर कटाव रोधी कार्य किए जाएं क्योंकि बाढ़ का बहाव आते ही सारे सीमेंट वाले बोरे बाढ़ के साथ बह जाएंगे या फिर सारे बोरे फट जाएंगे.


भगवानगंज थाना क्षेत्र के खैनिया गांव के सत्यदेव सिंह ने बताया कि जल संसाधन विभाग ने बाढ़ सुरक्षा के तहत कटावरोधी कार्य चल रहा है इस काम में जिओ बैग के बदले साधारण सीमेंट के बोरे को लगाकर तटबंध की सुरक्षा के लिए लगाए जा रहे हैं. इसलिए सरकार से मांग करते हैं कि अच्छी क्वालिटी का जियो बैग से तटबंध की सुरक्षा की जाए ताकि पूरा गांव बाढ़ से बच पाये नहीं तो पूरा गांव बह जाएगा.

बाढ़ सुरक्षा के लिए संवेदक को सख्त निर्देश: इस पूरे मामले में बाढ़ सुरक्षा अवर प्रमंडल के अवर प्रमंडल पदाधिकारी नवल किशोर कुमार (Divisional Officer Naval Kishore Kumar)ने बताया कि संवेदक को सख्त निर्देश दिया गया है सिमेंट की बोरी में प्रयोग नहीं किया जाये. पुनपुन बाढ़ सुरक्षा प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता सुभाष चंद्र भट्ट ने कहा कि वैसे संवेदक पर सख्त कार्रवाई की जाएगी. बाढ सुरक्षा के नाम पर किसी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी.

यह भी पढ़ें: कटिहार में बाढ़ की चपेट में दो बच्चों की मौत, NDRF ने शवों को निकाला


पटना: बिहार में बारिश में बाढ़ से बचने के लिए पटना जिला प्रशासन (Patna District Administration) कई तरह के उपाय (Administration Alert For Flood in patna) करती है. लेकिन फिर भी बाढ़ के कारण कटाव रुक नहीं रहा है. इसके लिए संवेदक के द्वारा जिला प्रशासन कटाव से बचने के लिए काम करवा रही थी. संवेदक के लापरवाही के कारण ग्रामीणों को विरोध करना पड़ रहा है. जिला प्रशासन ने कटाव से बचने से किये निविदा के आधार पर जियो बैग लगाने का काम संवेदक को दिया था लेकिन संवेदक के द्वारा बांध पर सीमेंट की बोरी में बालू और मिट्टी भरकर वहां पर लगा दी गई जिसका ग्रामीण विरोध कर रहे हैं.


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ग्रामीणों ने जताया विरोध: दरअसल पुनपुन नदी के किनारे भगवानगंज थाना क्षेत्र में डेढ़ किलोमीटर तक तटबंध मरम्मत में जिओ बैग लगाने के बदले सीमेंट की बोरी में बालू और मिट्टी भरकर तटबंध पर कटाव रोधी काम हो रहे हैं. इसी बात से गुस्से में ग्रामीणों ने विरोध जताया है और कहा कि क्या ऐसे ही बाढ से सुरक्षा की जाएगी, ऐसे में तो पूरा गांव बह जाएगा.


संवेदक की लापरवाही से ग्रामीणों में गुस्सा: पुनपुन के आसपास बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षा के नाम पर जहां सरकार बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में बाढ़ आपदा को लेकर हर संभव मदद के लिए तत्पर दिख रही है. वहीं संवेदकों की लापरवाही खुलकर सामने आ रही है. एक और ऐसा ही मामला मसौढ़ी प्रखंड की है जहां पुनपुन नदी के किनारे खैनिया गांव के पास सुरक्षा को लेकर कटाव रोधी काम किया जा रहा है. जहां पर तटबंध की किनारे जिओ बैग के बदले सीमेंट के बोरे में बालू और मिट्टी भरकर तटबंध सुरक्षित रखने की तैयारी चल रही है. इस मामले में भी ग्रामीणों ने विरोध करते हुए कहा कि जियो बैग लगाकर कटाव रोधी कार्य किए जाएं क्योंकि बाढ़ का बहाव आते ही सारे सीमेंट वाले बोरे बाढ़ के साथ बह जाएंगे या फिर सारे बोरे फट जाएंगे.


भगवानगंज थाना क्षेत्र के खैनिया गांव के सत्यदेव सिंह ने बताया कि जल संसाधन विभाग ने बाढ़ सुरक्षा के तहत कटावरोधी कार्य चल रहा है इस काम में जिओ बैग के बदले साधारण सीमेंट के बोरे को लगाकर तटबंध की सुरक्षा के लिए लगाए जा रहे हैं. इसलिए सरकार से मांग करते हैं कि अच्छी क्वालिटी का जियो बैग से तटबंध की सुरक्षा की जाए ताकि पूरा गांव बाढ़ से बच पाये नहीं तो पूरा गांव बह जाएगा.

बाढ़ सुरक्षा के लिए संवेदक को सख्त निर्देश: इस पूरे मामले में बाढ़ सुरक्षा अवर प्रमंडल के अवर प्रमंडल पदाधिकारी नवल किशोर कुमार (Divisional Officer Naval Kishore Kumar)ने बताया कि संवेदक को सख्त निर्देश दिया गया है सिमेंट की बोरी में प्रयोग नहीं किया जाये. पुनपुन बाढ़ सुरक्षा प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता सुभाष चंद्र भट्ट ने कहा कि वैसे संवेदक पर सख्त कार्रवाई की जाएगी. बाढ सुरक्षा के नाम पर किसी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी.

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