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Patna News: स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण पुरस्कार के लिए धनरूआ का सोनमई पंचायत नोमिनेटेड, 2 अक्टूबर को मिलेगा सम्मान?

स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण पुरस्कार बिहार के 8 पंचायत को नोमिनेट किया गया है, जिसमें पटना के धनरूआ के सोनमई पंचायत को भी शामिल किया गया. स्वच्छता रैंकिंग में बेहतर रिजल्ट आने पर 2 अक्टूबर को राष्ट्रपति की ओर से सम्मानित किया जाएगा.

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Published : Aug 15, 2023, 8:15 PM IST

पटनाः स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के तहत अब शहरों की तर्ज पर पंचायतों का भी स्वच्छता सर्वेक्षण कराया जाना है. इस स्वच्छता सर्वेक्षण के रैंकिंग में बेहतर प्रदर्शन करने वाले पंचायतों को तीन स्तर पर पुरस्कृत किया जाना है. इसमें जिला, राज्य व राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कृत किया जाएगा. 2 अक्टूबर को महामहिम राष्ट्रपति द्वारा पुरस्कृत किया जाएगा. ऐसे में धनरूआ प्रखंड के सोनमइ पंचायत को नॉमिनेट किया गया है. पेयजल एवं स्वच्छता विभाग जल शक्ति मंत्रालय के सलाहकार विनय तिवारी ने सोनमई को जायजा लिया है.

यह भी पढ़ेंः मसौढ़ी: गांव की सड़क पर बह रहा नाले का पानी, ग्रामीण और राहगीरों को हो रही परेशानी

"यह हमारे पूरे पंचायत वासियों के लिए खुशी का माहौल है कि राष्ट्रीय स्तर पर हमारे पंचायत को नॉमिनेट किया गया है. इस पंचायत को और भी विकास में गति मिलेगी. बिहार के 8 पंचायतों में सोमनई को भी नॉमिनेट किया गया है. 2 अक्टूबर को महामहिम राष्ट्रपति द्वारा सम्मानित होने का मौका मिलेगा." -सरोज देवी, मुखिया, सोनमई पंचायत


स्वच्छता रैंकिंग जारी होगीः स्वच्छ एवं सुंदर बनाने के लिए अब शहर के तर्ज पर गांव को भी स्वच्छता रैंकिंग जारी होगी. पंचायत स्वछता सर्वेक्षण 2023 को लेकर पिछले काफी दिनों से गांव को साफ सुथरा बनाने पर ध्यान दिया जा रहा है. जबकि विभागीय निर्देशानुसार सभी बीडीओ, पंचायत सचिव एवं मुखिया आदि को पत्र जारी कर तैयारियां आरंभ कर दी गई है. इस स्वच्छता रैंकिंग में शामिल होने के लिए ग्राम पंचायतों को अपने माध्यम से स्वच्छता को लेकर मौजूदा संसाधनों एवं वास्तविक स्थिति को विभागीय साइट पर अपलोड करना है.

पंचायतों को तीन भागों में बांटाः गांव में शौचालय, कूड़ा उठाव, अपशिष्ट प्रबंधन, घरों में जल निकासी की व्यवस्था, गांव एवं खेतों में सफाई व प्लास्टिक आदि के प्रकरण स्थिति की जानकारी देनी होगी. विभाग के अनुसार आम लोग अपने घर के आस-पास के परिसर को स्वच्छ रखकर अपने पंचायत को जिला राज्य व राष्ट्रीय स्तर पर स्वच्छता का पुरस्कार दिलाया जा सकते हैं. स्वच्छता रैंकिंग को लेकर ग्राम पंचायतों को जनसंख्या के आधार पर तीन भागों में बांटा गया है.

स्वच्छता सर्वेक्षण 500 अंकों का होगाः पंचायतों को 3 स्तर जिसमें जिला, राज्य व राष्ट्रीय स्तर पर स्वच्छता के लिए पुरस्कार पाने का मौका है. 31 दिसंबर तक गांव के पंचायतों का प्रथम व 30 अप्रैल तक अंतिम मूल्यांकन पूरा करना होगा. इसमें एक 30 जुलाई को एक जिला, 15 अगस्त को राज्य व 2 अक्टूबर को राष्ट्रीय स्तर पर स्वच्छता पुरस्कार मिलेगा. शहर की तरह गांव की भी स्वच्छता रैंकिंग जारी होगी. यह स्वच्छता सर्वेक्षण 500 अंकों का होगा.

बिहार के आठ पंचायत शामिलः धनरूआ का सोनमई पंचायत राष्ट्रीय फलक पर पंचायत राष्ट्रीय पुरस्कार पाने के लिए नॉमिनेट किया गया है. मंगलवार को केंद्रीय कमेटी ने इसे नॉमिनेट कर दिया है. अब कई और चीजों पर मूल्यांकन होना बाकी है और अंतिम रूप से चयन होने पर आगामी 2 अक्टूबर को राष्ट्रपति के द्वारा इसे पुरस्कार दिया जाएगा. पूरे बिहार में 8 पंचायतों को नॉमिनेट किया गया है, जिसमें मसौढ़ी अनुमंडल का धनरूआ पंचायत व प्रखंड का सुनवाई पंचायत शामिल है.

पटनाः स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के तहत अब शहरों की तर्ज पर पंचायतों का भी स्वच्छता सर्वेक्षण कराया जाना है. इस स्वच्छता सर्वेक्षण के रैंकिंग में बेहतर प्रदर्शन करने वाले पंचायतों को तीन स्तर पर पुरस्कृत किया जाना है. इसमें जिला, राज्य व राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कृत किया जाएगा. 2 अक्टूबर को महामहिम राष्ट्रपति द्वारा पुरस्कृत किया जाएगा. ऐसे में धनरूआ प्रखंड के सोनमइ पंचायत को नॉमिनेट किया गया है. पेयजल एवं स्वच्छता विभाग जल शक्ति मंत्रालय के सलाहकार विनय तिवारी ने सोनमई को जायजा लिया है.

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"यह हमारे पूरे पंचायत वासियों के लिए खुशी का माहौल है कि राष्ट्रीय स्तर पर हमारे पंचायत को नॉमिनेट किया गया है. इस पंचायत को और भी विकास में गति मिलेगी. बिहार के 8 पंचायतों में सोमनई को भी नॉमिनेट किया गया है. 2 अक्टूबर को महामहिम राष्ट्रपति द्वारा सम्मानित होने का मौका मिलेगा." -सरोज देवी, मुखिया, सोनमई पंचायत


स्वच्छता रैंकिंग जारी होगीः स्वच्छ एवं सुंदर बनाने के लिए अब शहर के तर्ज पर गांव को भी स्वच्छता रैंकिंग जारी होगी. पंचायत स्वछता सर्वेक्षण 2023 को लेकर पिछले काफी दिनों से गांव को साफ सुथरा बनाने पर ध्यान दिया जा रहा है. जबकि विभागीय निर्देशानुसार सभी बीडीओ, पंचायत सचिव एवं मुखिया आदि को पत्र जारी कर तैयारियां आरंभ कर दी गई है. इस स्वच्छता रैंकिंग में शामिल होने के लिए ग्राम पंचायतों को अपने माध्यम से स्वच्छता को लेकर मौजूदा संसाधनों एवं वास्तविक स्थिति को विभागीय साइट पर अपलोड करना है.

पंचायतों को तीन भागों में बांटाः गांव में शौचालय, कूड़ा उठाव, अपशिष्ट प्रबंधन, घरों में जल निकासी की व्यवस्था, गांव एवं खेतों में सफाई व प्लास्टिक आदि के प्रकरण स्थिति की जानकारी देनी होगी. विभाग के अनुसार आम लोग अपने घर के आस-पास के परिसर को स्वच्छ रखकर अपने पंचायत को जिला राज्य व राष्ट्रीय स्तर पर स्वच्छता का पुरस्कार दिलाया जा सकते हैं. स्वच्छता रैंकिंग को लेकर ग्राम पंचायतों को जनसंख्या के आधार पर तीन भागों में बांटा गया है.

स्वच्छता सर्वेक्षण 500 अंकों का होगाः पंचायतों को 3 स्तर जिसमें जिला, राज्य व राष्ट्रीय स्तर पर स्वच्छता के लिए पुरस्कार पाने का मौका है. 31 दिसंबर तक गांव के पंचायतों का प्रथम व 30 अप्रैल तक अंतिम मूल्यांकन पूरा करना होगा. इसमें एक 30 जुलाई को एक जिला, 15 अगस्त को राज्य व 2 अक्टूबर को राष्ट्रीय स्तर पर स्वच्छता पुरस्कार मिलेगा. शहर की तरह गांव की भी स्वच्छता रैंकिंग जारी होगी. यह स्वच्छता सर्वेक्षण 500 अंकों का होगा.

बिहार के आठ पंचायत शामिलः धनरूआ का सोनमई पंचायत राष्ट्रीय फलक पर पंचायत राष्ट्रीय पुरस्कार पाने के लिए नॉमिनेट किया गया है. मंगलवार को केंद्रीय कमेटी ने इसे नॉमिनेट कर दिया है. अब कई और चीजों पर मूल्यांकन होना बाकी है और अंतिम रूप से चयन होने पर आगामी 2 अक्टूबर को राष्ट्रपति के द्वारा इसे पुरस्कार दिया जाएगा. पूरे बिहार में 8 पंचायतों को नॉमिनेट किया गया है, जिसमें मसौढ़ी अनुमंडल का धनरूआ पंचायत व प्रखंड का सुनवाई पंचायत शामिल है.

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