पटना: कारोना वायरस को लेकर राज्य सरकार के हाईअलर्ट के बीच पटना नगर निगम ने अपना 2020-21 का वार्षिक बजट पेश किया है. बजट पेश के दौरान पटना नगर निगम की महापौर सीता साहू, उप महापौर मीरा देवी के साथ सशक्त स्थाई समिति के सदस्य, पटना क्षेत्र के तीन विधायक के अलावा 75 वार्ड पार्षद और पटना नगर निगम के नगर आयुक्त के साथ सभी निगम के प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे.
पटना नगर निगम का वार्षिक बजट पेश
शहर के विकास के लिए पटना नगर निगम ने शनिवार को अपना वार्षिक बजट पेश किया है. यह बजट 3863 करोड़ों रुपये का है. इस बजट के माध्यम से शहर के पुराने विकास के सभी कार्यों को करने का बात कही गई है. 2 घंटे का यह बजट सत्र काफी हंगामेदार रहा. इस बजट को लेकर कई पार्षदों ने बजट पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि यह बजट निराशा भरा बजट है. इसमें वार्ड पार्षदों की राय नहीं ली गई. यदि वार्ड पार्षद अपनी बात कहना चाह रहे थे तो निगम प्रशासन की तरफ से समय की पाबंदी का हवाला दिया जा रहा था.
3800 करोड़ रुपये का बजट पेश
पटना नगर निगम की वार्षिक बजट 20-21 को लेकर नगर आयुक्त हिमांशु शर्मा ने कहा कि पटना नगर निगम ने लगभग 3800 करोड़ रुपये का बजट पेश किया है. यह बजट में बहुत सी योजनाएं हैं, जो दीर्घकालिक योजना है उसको तय समय सीमा के अंदर पूरा करना है. नगर आयुक्त ने बताया कि शहर के लोगों को अच्छी सुविधा के लिए पटना नगर निगम कटिबद्ध है. नागरिकों को अच्छी सुविधा दे सकें इसको लेकर निगम प्रशासन हर तरह से काम कर रहा है. साथ ही निगम को उम्मीद है कि इन योजनाओं को पूरा कर लिया जाएगा तो निश्चित ही तौर पर पटना नगर निगम की आमदनी भी बढ़ेगी.
किस मद में कितनी राशि दी गई
- निगम अपने भूमि के चारदीवारी के लिए 10 करोड़
- जागरूकता अभियान के लिए 3 करोड़
- पार्षदों के प्रशिक्षण के लिए डेढ़ करोड़
- मेंटेनेंस और रिवाल्विंग फंड के लिए 10 करोड़
- राहत और बचाव दल के लिए 2 करोड़
- आकस्मिक मदद के लिए 5 करोड़ का बजट
- मुख्यमंत्री गली-नाली योजना, जलापूर्ति और ड्रेनेज लगभग 5401,53 लाख