पटना: राजधानी की लगभग सभी सड़कें होर्डिंग से पटी हुई है. होर्डिंग को लेकर यहां कोई नीति नहीं है. इससे यहां ये कारोबार तेजी से फल फूल रहा है. वहीं, नगर निगम का कहना है कि अभी विज्ञापन नीति नहीं है, लेकिन इसे जल्द ही बना लिया जाएगा.
पटना नगर निगम में विज्ञापन नीति नहीं होने से निगम को हर साल करोड़ों का नुकसान हो रहा है. इसके साथ ही शहर का कई इलाका अवैध होर्डिंग से पटा पड़ा है. इसके बावजूद कार्रवाई करने में कोई दिलचस्पी नहीं ले रहा है. जिला प्रशासन के अधिकारी भी आंखें मूंदे बैठे हैं. इसका खामियाजा जनता को भुगतना पड़ रहा है.
होर्डिंग माफियाओं का है कब्जा
शहर में सड़क, गली, मोहल्ले और अन्य इलाकों में धड़ल्ले से होर्डिंग दिख जाएंगे. अधिकांश इमारतों पर तीन से चार होर्डिंग लगा दी गई हैं. इनमें से कई भवन जर्जर और पुराने हैं. नगर निगम में इसको लेकर कोई नीति नहीं होने से होर्डिंग माफिया इसका खूब फायदा उठा रहे हैं. इससे सड़क दुर्घटनाएं भी होने की संभावना रहती है. लेकिन इन्हें रोकने वाला कोई नहीं है.
जल्द तैयार होंगे विज्ञापन नीति
इसको लेकर नगर निगम की पीआरओ ने बताया कि अभी सभी होर्डिंग अवैध ही कहे जाएंगे. नगर निगम के पास अभी होर्डिंग को लेकर कोई विज्ञापन नीति नहीं है. इसको लेकर नियमावली बनाने की प्रक्रिया चल रही है. निगम ने होर्डिंग माफियाओं के लगाए होर्डिंग को चिन्हित करने का काम शुरू कर दिया है. विज्ञापन नीति तैयार हो जाने के बाद कार्रवाई की जाएगी.