पटना: कोरोना महामारी (Corona Pandemic) के दौरान मरने वालों के परिजनों को मृत्यु प्रमाण पत्र देने में नगर निगम द्वारा की जा रही देर को लेकर ईटीवी भारत ने प्रमुखता से खबर चलाई. इसके बाद नगर निगम एक्टिव हुआ है. नगर आयुक्त ने कहा है कि अब किसी को भी प्रमाण पत्र देने में विलंब नहीं हो रहा है. लगातार लोगों को प्रमाण पत्र दिया जा रहा है.
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कोरोना संक्रमण के दौरान परिजनों को पहले मरीज के इलाज के लिए परेशान होना पड़ा. मौत के बाद श्मशान में दाह संस्कार के लिए जगह नहीं मिलने की वजह से लंबी लाइन लगानी पड़ी. इतना ही नहीं, मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए भी परिजनों को कई दिनों तक नगर निगम के दफ्तर का चक्कर काटना पड़ा.
खबर चली तो टूटी निगम की नींद
नगर निगम कार्यालय में मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने के लिए अधिक आवेदन मिल रहे थे. जनवरी से 20 मई तक 9600 से अधिक आवेदन मिले थे. कर्मचारियों के अभाव में लोगों को मृत्यु प्रमाण पत्र नहीं मिल रहा था. लोगों की परेशानी को लेकर ईटीवी भारत ने खबर चलाई. इसके बाद निगम प्रशासन की नींद टूटी. अब लोगों को प्रमाण पत्र देने में निगम प्रशासन पूरी तरह एक्टिव हो गई है.
मिले थे 9600 आवेदन
निगम कार्यालय में मृत्यु प्रमाण पत्र के आवेदन को लेकर नगर आयुक्त हिमांशु शर्मा ने कहा "प्रमाण पत्र को लेकर मैंने रिव्यू मीटिंग की थी. उस समय पता चला कि जनवरी से 20 मई तक जो आवेदन आए हैं उनकी संख्या 9600 से अधिक है. अभी तक 9400 आवेदन का डिस्पोजल कर दिया गया हैं. लोगों को प्रमाण पत्र निर्गत करवा दी गई है. अब पहले का मात्र 200 से अधिक आवेदन बचा हुआ है. अब जो भी आवेदन आ रहे हैं उन्हें 3 दिन में प्रमाण पत्र दे दिया जाए इसपर हमलोग काम कर रहे हैं."
"सॉफ्टवेयर में परेशानी थी. सर्वर काम नहीं कर रहा था. इसके चलते लोगों को प्रमाण पत्र देने में देर हुई. इन परेशानियों को दूर कर लिया गया है. कर्मचारियों की संख्या बढ़ा दी गई है. अब हर अंचल कार्यालय में मृत्यु प्रमाण पत्र बनाए जा रहे हैं ताकि लोगों को नगर निगम मुख्यालय का चक्कर न काटना पड़े."- हिमांशु शर्मा, नगर आयुक्त, पीएमसी
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