पटनाः लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) के चुनाव चिह्न को चुनाव आयोग के द्वारा फ्रीज किए जाने के फैसले के बाद चिराग गुट ने कई आरोप लगाए हैं. इसके बाद केन्द्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस (Pashupati Kumar Paras) ने चिराग गुट के सारे आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि आयोग के फैसले को हम स्वीकार करते हैं.
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पशुपति कुमार पारस ने कहा कि पार्टी के तमाम सांसद, नेता और कार्यकर्ता हमारे साथ हैं. चुनाव आयोग ने तत्काल पार्टी के चुनाव चिह्न को फ्रीज किया है. आगे फैसला हमारे पक्ष में ही आएगा. इसके बाद केन्द्रीय मंत्री ने बिहार विधानसभा के दो सीटों पर होने वाले उपचुनाव को लेकर भी बयान दिया.
पशुपति पारस ने कहा कि बिहार में तारापुर और कुशेश्वरस्थान सीट पर उपचुनाव होने हैं. इस चुनाव में हमारा पूरा समर्थन एनडीए को है. वहीं, चिराग पासवान के द्वारा उम्मीदवार उतारने के ऐलान पर उन्होंने कहा कि अब तो पार्टी का सिंबल जब्त हो गया है, अगर वे उम्मीदवार उतारते भी हैं तो वे निर्दलीय होंगे. और यह भी तय है कि इस चुनाव में उनके उम्मीदवारों को पांच सौ-हजार से ज्यादा वोट भी नहीं मिलेंगे.
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बता दें कि चुनाव आयोग ने एलजेपी की हकदारी को लेकर चिराग पासवान और पशुपति कुमार पारस के बीच जारी लड़ाई को देखते हुए पार्टी के चुनाव चिह्न को शनिवार को फ्रीज कर दिया था. इसके बाद चिराग गुट ने चुनाव आयोग पर पक्षपात करने का आरोप लगाया है. साथ ही यह भी आरोप लगाया है कि लोजपा को साजिश के तहत खत्म करने की साजिश की जा रही है. यह सबकुछ सीएम नीतीश कुमार और केन्द्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस के इशारे पर हो रहा है.
बता दें चुनाव आयोग के इस फैसले से पहले चिराग पासवान ने तारापुर और कुशेश्वरस्थान विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव में अपने उम्मीदवार उतारने का ऐलान किया था. लेकिन इससे ठीक पहले पार्टी के चुनाव चिह्न को जब्त किए जाना, चिराग पासवान के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है. यह इसलिए भी कि चिराग पासवान लगातार क्षेत्र में जाकर संगठन की मजबूती पर काम कर रहे हैं.
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