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Patna News: पारा मेडिकल छात्रों का BTSC कार्यालय के बाहर प्रदर्शन, वैकेंसी प्रक्रिया पूरी करने की मांग

पारा मेडिकल छात्रों ने बिहार तकनीकी सेवा आयोग कार्यालय के बाहर प्रदर्शन कर बहाली प्रक्रिया पूरी करने की मांग की. एक साल पूर्व निकाली गयी वैकेंसी की प्रक्रिया को पूरी करने की मांग कर रहे थे. अभ्यर्थियों ने चेतावनी दी कि अगर बहाली प्रक्रिया शीघ्र पूरी नहीं होती है तो गर्दनीबाग धरना स्थल पर अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन करेंगे. पढ़ें, पूरी खबर.

BTSC कार्यालय
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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Sep 13, 2023, 3:54 PM IST

पारा मेडिकल छात्रों का प्रदर्शन.

पटनाः बिहार तकनीकी सेवा आयोग कार्यालय के बाहर बुधवार को पारा मेडिकल छात्रों ने घंटों प्रदर्शन किया. वे 1 साल पूर्व निकली वैकेंसी के आलोक में अविलंब बहाली प्रक्रिया पूरी करने की मांग कर रहे थे. बहाली प्रक्रिया पूरी नहीं होने पर अक्टूबर के बाद 6000 से अधिक पारा मेडिकल छात्र गर्दनीबाग धरना स्थल पर अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन करने की चेतावनी दी.

इसे भी पढ़ेंः Patna News: बीटीएससी कार्यालय के बाहर पारा मेडिकल के छात्रों ने किया प्रदर्शन, काउंसलिंग प्रक्रिया शुरू करने की मांग

असिस्टेंट की कमी से मरीज को हो रही परेशानीः पारा मेडिकल छात्र संघ के बैनर तले चल रहे प्रदर्शन के दौरान ईसीजी टेक्निशियन, एक्स-रे टेक्निशियन और ओटी असिस्टेंट के अभ्यर्थियों ने कहा कि सरकारी अस्पतालों में असिस्टेंट की कमी की वजह से मरीज को परेशानी हो रही है. सरकार ने वैकेंसी निकली और 1 साल से अधिक हो गया अब तक इसे पूरा नहीं किया है. पारा मेडिकल स्टाफ की कमी की वजह से अस्पतालों में चाहे ऑपरेशन का मामला हो चाहे एक्स-रे जांच करवाना हो या ईसीजी करवाना हो, लंबी भीड़ लगी हुई है.

"बिहार सरकार ने सरकारी अस्पतालों में पारा मेडिकल स्टाफ की कमी को देखते हुए ओटी असिस्टेंट के लिए 1096 पद, xray टेक्नीशियन के लिए 803 पद और ईसीजी टेक्नीशियन 163 पद के लिए 2022 में विज्ञापन निकाला. एक वर्ष बीत जाने के बाद भी आजतक इन पदों के लिए काउंसिलिंग की प्रक्रिया शुरू नहीं की गई है."- भारत भूषण, अध्यक्ष, पारा मेडिकल छात्र संघ

सिर्फ मिलता है आश्वासनः पारा मेडिकल की छात्रा सोनाली ने कहा कि 1 साल से वह लोग बार-बार तकनीकी सेवा आयोग के कार्यालय पहुंच रही है लेकिन यहां से सिर्फ आश्वासन ही मिलता है. आज तक आयोग लगभग 6000 से 7000 अभ्यर्थियों में मेरिट लिस्ट तैयार नहीं कर पाया है. इस बार भी आश्वासन मिला है कि 15 अक्टूबर तक वैकेंसी से 3 गुना कैंडिडेट की लिस्ट जारी की जाएगी.

आउटसोर्सिंग के नाम पर शोषण: पारा मेडिकल छात्र संघ के सचिव सुरेंद्र कुमार ने कहा कि आउटसोर्सिंग के नाम पर बेरोजगार नौजवानों का शोषण किया जा रहा है. आउटसोर्सिंग कंपनी निश्चित संख्या से कम संख्या में स्टाफ रख रही है और 10 से 12 हजार में काम करवा रही है. पारा मेडिकल के विभिन्न श्रेणी की पढ़ाई कर युवा बेरोजगार बैठे हुए हैं, लेकिन रोजगार नहीं दे रही है. अक्टूबर तक उन लोगों को ज्वाइन नहीं कराया जाता है तो तमाम पारा मेडिकल छात्र पटना में अनिश्चितकालीन धरना देंगे.

पारा मेडिकल छात्रों का प्रदर्शन.

पटनाः बिहार तकनीकी सेवा आयोग कार्यालय के बाहर बुधवार को पारा मेडिकल छात्रों ने घंटों प्रदर्शन किया. वे 1 साल पूर्व निकली वैकेंसी के आलोक में अविलंब बहाली प्रक्रिया पूरी करने की मांग कर रहे थे. बहाली प्रक्रिया पूरी नहीं होने पर अक्टूबर के बाद 6000 से अधिक पारा मेडिकल छात्र गर्दनीबाग धरना स्थल पर अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन करने की चेतावनी दी.

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असिस्टेंट की कमी से मरीज को हो रही परेशानीः पारा मेडिकल छात्र संघ के बैनर तले चल रहे प्रदर्शन के दौरान ईसीजी टेक्निशियन, एक्स-रे टेक्निशियन और ओटी असिस्टेंट के अभ्यर्थियों ने कहा कि सरकारी अस्पतालों में असिस्टेंट की कमी की वजह से मरीज को परेशानी हो रही है. सरकार ने वैकेंसी निकली और 1 साल से अधिक हो गया अब तक इसे पूरा नहीं किया है. पारा मेडिकल स्टाफ की कमी की वजह से अस्पतालों में चाहे ऑपरेशन का मामला हो चाहे एक्स-रे जांच करवाना हो या ईसीजी करवाना हो, लंबी भीड़ लगी हुई है.

"बिहार सरकार ने सरकारी अस्पतालों में पारा मेडिकल स्टाफ की कमी को देखते हुए ओटी असिस्टेंट के लिए 1096 पद, xray टेक्नीशियन के लिए 803 पद और ईसीजी टेक्नीशियन 163 पद के लिए 2022 में विज्ञापन निकाला. एक वर्ष बीत जाने के बाद भी आजतक इन पदों के लिए काउंसिलिंग की प्रक्रिया शुरू नहीं की गई है."- भारत भूषण, अध्यक्ष, पारा मेडिकल छात्र संघ

सिर्फ मिलता है आश्वासनः पारा मेडिकल की छात्रा सोनाली ने कहा कि 1 साल से वह लोग बार-बार तकनीकी सेवा आयोग के कार्यालय पहुंच रही है लेकिन यहां से सिर्फ आश्वासन ही मिलता है. आज तक आयोग लगभग 6000 से 7000 अभ्यर्थियों में मेरिट लिस्ट तैयार नहीं कर पाया है. इस बार भी आश्वासन मिला है कि 15 अक्टूबर तक वैकेंसी से 3 गुना कैंडिडेट की लिस्ट जारी की जाएगी.

आउटसोर्सिंग के नाम पर शोषण: पारा मेडिकल छात्र संघ के सचिव सुरेंद्र कुमार ने कहा कि आउटसोर्सिंग के नाम पर बेरोजगार नौजवानों का शोषण किया जा रहा है. आउटसोर्सिंग कंपनी निश्चित संख्या से कम संख्या में स्टाफ रख रही है और 10 से 12 हजार में काम करवा रही है. पारा मेडिकल के विभिन्न श्रेणी की पढ़ाई कर युवा बेरोजगार बैठे हुए हैं, लेकिन रोजगार नहीं दे रही है. अक्टूबर तक उन लोगों को ज्वाइन नहीं कराया जाता है तो तमाम पारा मेडिकल छात्र पटना में अनिश्चितकालीन धरना देंगे.

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