पटना : भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने अपने ही सहयोगी दल जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) को बड़ा झटका दिया है. बीजेपी ने अरुणाचल प्रदेश में जेडीयू के 6 विधायकों को तोड़ उन्हें पार्टी की सदस्यता दिला दी है. बता दें कि एपी में जेडीयू के कुल 7 विधायक थे, जिनमें 6 ने बीजेपी ज्वाइन कर ली है. इस बाबत, अब बिहार में सियासी हलचल तेज हो गई है. जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पप्पू यादव ने इस मामले पर तल्ख टिप्पणी की है.
बिहार में एनडीए गठबंधन के तहत बीजेपी ने नीतीश कुमार को सीएम बनाया है, जबकि पार्टी इस बार बड़े भाई की भूमिका में है. बीजेपी के पास बिहार में कुल 74 सीटें हैं, तो वहीं, नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू महज 43 सीटें हैं. अरुणाचल प्रदेश में हुए सियासी घटनाक्रम के बाद बिहार में जाप प्रमुख पप्पू यादव ने कहा, 'क्या अरुणाचल प्रदेश झांकी है? बिहार बाकी है! बीजेपी वह सांप है, जो अपने अंडे को भी निगल जाती है. जदयू तो सिर्फ सत्ता का साझीदार है. वह दिन दूर नहीं, जब बिहार में भी पूरी जदयू को बीजेपी बिना डकार लिए निगल जाएगी.'
अरुणाचल प्रदेश में बीजेपी की राजनीति
अरुणाचल प्रदेश में पंचायत और नगर निगम चुनाव के नतीजों की घोषणा से एक दिन पहले एक बड़ी खबर सामने आई है. जेडीयू के रमगोंग विधानसभा क्षेत्र के तालीम तबोह, चायांग्ताजो के हेयेंग मंग्फी, ताली के जिकके ताको, कलाक्तंग के दोरजी वांग्दी खर्मा, बोमडिला के डोंगरू सियनग्जू और मारियांग-गेकु निर्वाचन क्षेत्र के कांगगोंग टाकू बीजेपी में शामिल हो गए हैं. इससे पहले जेडीयू ने 26 नवंबर को सियनग्जू, खर्मा और टाकू को पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते नोटिस जारी करते हुए उन्हें निलंबित कर दिया था.
इस पूरे सियासी घटनाक्रम की गर्माहट बिहार में तेज हो गई है. विपक्ष सत्तारूढ़ दल बीजेपी और जेडीयू पर हमलावर है. बिहार की सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी आरजेडी ने भी प्रतिक्रिया दी है.
आरजेडी ने लिखा, 'जेडीयू के 6 विधायक बीजेपी में शामिल करा लिए गए हैं, बीजेपी का नीतीश कुमार को क्रिसमस गिफ़्ट' बहरहाल, महागठबंधन का नेतृत्व कर रहे नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की तरफ से कोई प्रतिक्रिया अभी तक नहीं आई है. देखना होगा कि वो एनडीए पर क्या और कब बयान देते हैं.