पटना: बिहार में सातवें चरण का पंचायत चुनाव (Bihar Panchayat Election) संपन्न हो चुका है. ऐसे में अब गांवों की सरकार बन चुकी है. जिसको लेकर ग्रामीणों में नवनिर्वाचित नेताओं से कई उम्मीदें लगाए बैठे हैं. ऐसे में ईटीवी भारत की टीम ने पटना जिला के मसौढ़ी अनुमंडल के धनेरिया और पुनपुन प्रखंड में नवनिवार्चित सदस्यों और वहां के स्थानीय ग्रामीणों से बातचीत की.
ये भी पढ़ें- क्या है OCR तकनीक जिसका काउंटिंग में इस्तेमाल कर रहा निर्वाचन आयोग, इस पर क्यों बढ़ रहा भरोसा?
ईटीवी भारत की टीम से मसौढ़ी के धनेरिया एवं पुनपुन प्रखंड के अंतर्गत पंचायतों के ग्रामीणों ने बताया कि पिछले 20 वर्षों से गांव में विकास नहीं हुआ है. ऐसे में नवनिर्वाचित स्थानीय नेताओं से उन्हें कई उम्मीदें हैं. गांव में अब भरपूर विकास का काम होगा. गली-नली, सड़क, पानी ,समुदायिक भवन, शौचालय आदि बनेंगे.
'नये निर्वाचित जिला परिषद सदस्य से विकास की भी काफी उम्मीद है. इसलिए हमलोगों ने उन्हें वोट देकर जिताया है. 20 साल से किसी भी जिला परिषद सदस्य गांव में कोई विकास का काम नहीं किया था. इन्होंने वादा किया है कि गांव में सभी समस्याओं का सुलझायेंगे.' :- रमेश कुमार, पोआवां, मसौढ़ी
नवनिर्वाचित जिला परिषद सदस्य उपेंद्र बिंद ने बताया कि निस्वार्थ भावना से मुझे जनता ने चुना है. यहां की जनता को विश्वास दिलाता हूं कि पंचायत में विकास का काम होगा. जीतने के बाद से ही क्षेत्र में घूम-घूम कर क्षेत्र की समस्याओं की जानकारी ले रहा हूं. लोगों को मुझसे काफी उम्मीद हैं
वहीं नवनिर्वाचित मुखिया लक्ष्मी देवी ने बताया कि जनता ने उन्हें वोट देकर जिताया है. कई सालों से इस पंचायत क्षेत्र में कोई विकास का काम नहीं हुआ है. मैं जनता को विश्वास दिलाता हूं कि क्षेत्र में अब विकास का काम होगा. लोगों की मूलभूत समस्याओं और सुविधाओं को भरपूर ध्यान रखा जाएगा.
ये भी पढ़ें : बिहार पंचायत चुनाव: आठवें चरण की मतगणना शुरू, यहां देखें सबसे तेज नतीजे