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पालीगंज को कोई नहीं बना सका अपना गढ़, इस बार जनता किसको बनाएगी सिकंदर? - bihar politics

पालीगंज विधानसभा सीट पर किसी एक पार्टी का दबदबा नहीं रहा है क्योंकि यहां वोटर किसी एक पार्टी पर लंबे वक्त तक भरोसा नहीं करते हैं. पढ़ें पूरी खबर...

पालीगंज विधानसभा चुनाव
पालीगंज विधानसभा चुनाव
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Published : Oct 11, 2020, 10:10 PM IST

बिहार विधानसभा चुनाव 2020 : पटना जिले के अंतर्गत आने वाली पालीगंज विधानसभा सीट पर मुकाबला दिलचस्प होगा. दरअसल, वर्तमान विधायक ने आरजेडी को छोड़ जेडीयू का दामन थाम लिया है. वहीं, महागठबंधन से टिकट सीपीआई माले को दिया गया है.

पाटलिपुत्र लोकसभा के अंतर्गत आने वाली पालीगंज विधानसभा सीट पर एमवाई समीकरण महत्व रखता है. पिछले चुनाव में जेडीयू और आरजेडी गठबंधन के तहत ये सीट आरजेडी के हिस्से में गई थी.

  • 1951 में अस्तित्व में आई इस सीट को कोई भी पार्टी अपना गढ़ नहीं बना सकी है. यहां सभी पार्टियों ने जीत दर्ज की है.
  • पालीगंज विधानसभा सीट पर कुल वोटरों की संख्या ढाई लाख के करीब है. इनमें से 1.30 लाख पुरुष जबकि करीब 1.12 लाख महिलाएं हैं.
  • 2008 में इस सीट का परिसीमन हुआ था, जिसके तहत पालीगंज, दुल्हन बाजार समेत अन्य इलाके इस क्षेत्र में आए थे.
  • यहां लेफ्ट पार्टी का दबदबा भी रहा है, ऐसे में महागठबंधन ने इस सीट पर सीपीआई उम्मीदवार उतारा है.

दिलचस्प होगा मुकाबला
सीट शेयरिंग के तहत एनडीए ने इस सीट पर जेडीयू को टिकट दी है. पार्टी ने वर्तमान विधायक को चुनावी मैदान में उतारा है. दूसरी ओर महागठबंधन ने इस सीट पर सीपीआई उम्मीदवार को टिकट दी है. आरएलएसपी, जाप और एलजेपी भी इस सीट पर हुंकार भर रहीं हैं.

पार्टी उम्मीदवार
जेडीयू जयवर्धन यादव उर्फ बच्चा यादव
सीपीआई संदीप सौरव
एलजेपीडॉ. ऊषा विद्यार्थी
जापफुल उर रहमान अंसारी
रालोसपामधु मंजरी

यह भी पढ़ें : जीत का पंजा लगाने को बेताब अनंत सिंह, 'अटल' विश्वास के साथ उतरेंगे बीजेपी प्रत्याशी

बिहार विधानसभा चुनाव 2020 : पटना जिले के अंतर्गत आने वाली पालीगंज विधानसभा सीट पर मुकाबला दिलचस्प होगा. दरअसल, वर्तमान विधायक ने आरजेडी को छोड़ जेडीयू का दामन थाम लिया है. वहीं, महागठबंधन से टिकट सीपीआई माले को दिया गया है.

पाटलिपुत्र लोकसभा के अंतर्गत आने वाली पालीगंज विधानसभा सीट पर एमवाई समीकरण महत्व रखता है. पिछले चुनाव में जेडीयू और आरजेडी गठबंधन के तहत ये सीट आरजेडी के हिस्से में गई थी.

  • 1951 में अस्तित्व में आई इस सीट को कोई भी पार्टी अपना गढ़ नहीं बना सकी है. यहां सभी पार्टियों ने जीत दर्ज की है.
  • पालीगंज विधानसभा सीट पर कुल वोटरों की संख्या ढाई लाख के करीब है. इनमें से 1.30 लाख पुरुष जबकि करीब 1.12 लाख महिलाएं हैं.
  • 2008 में इस सीट का परिसीमन हुआ था, जिसके तहत पालीगंज, दुल्हन बाजार समेत अन्य इलाके इस क्षेत्र में आए थे.
  • यहां लेफ्ट पार्टी का दबदबा भी रहा है, ऐसे में महागठबंधन ने इस सीट पर सीपीआई उम्मीदवार उतारा है.

दिलचस्प होगा मुकाबला
सीट शेयरिंग के तहत एनडीए ने इस सीट पर जेडीयू को टिकट दी है. पार्टी ने वर्तमान विधायक को चुनावी मैदान में उतारा है. दूसरी ओर महागठबंधन ने इस सीट पर सीपीआई उम्मीदवार को टिकट दी है. आरएलएसपी, जाप और एलजेपी भी इस सीट पर हुंकार भर रहीं हैं.

पार्टी उम्मीदवार
जेडीयू जयवर्धन यादव उर्फ बच्चा यादव
सीपीआई संदीप सौरव
एलजेपीडॉ. ऊषा विद्यार्थी
जापफुल उर रहमान अंसारी
रालोसपामधु मंजरी

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