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PMCH में अंगदान पखवाड़े पर जागरुकता कार्यक्रम का आयोजन, लोगों से 'महादान' करने की अपील

अंगदान करने वाले लोग ऑनलाइन माध्यम से आसानी से पंजीयन कर सकते हैं. सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि एक व्यक्ति के देहदान करने से 50 घायल लोगों की मदद की जा सकती है.

पीएमसीएच मे अंगदान कार्यशाला का आयोजन
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Published : Aug 14, 2019, 10:35 AM IST

पटना: बिहार में इन दिनों अंगदान पखवाड़ा दिवस मनाया जा रहा है. राज्य के तमाम बड़े अस्पतालों में अंगदान को लेकर कार्यशाला का आयोजन कर लोगों को इसके प्रति जागरूक किया जा रहा है. कहा जाता है कि अंगदान एक महादान है. पुराने विचारों से हटकर मानव जीवन में लोगों को मदद करने के लिए अंगदान करना जरूरी है.

जिले के पीएमसीएच में अंगदान पखवाड़े के दौरान कार्यशाला का आयोजन किया गया. इस बार अंगदान करने वालों के लिए ऑनलाइन पंजीयन की व्यवस्था है.

patna
पीएमसीएच मे अंगदान कार्यशाला का आयोजन

बढ़-चढ़कर लोग कर रहे अंगदान
अब समाज में परिवर्तन देखने को मिल रहा है. बिहार के आईजीआईएमएस और पीएमसीएच में बढ़-चढ़कर लोग नेत्रदान और देहदान कर रहे हैं. जानकारी के अनुसार आईजीआईएमएस में अब तक 100 से अधिक लोगों ने नेत्रदान और देहदान का संकल्प लिया है. वहीं, पीएमसीएच में 50 से अधिक लोगों ने देहदान के प्रति अपनी जागरुकता दिखाई है.

पीएमसीएच मे अंगदान कार्यशाला का आयोजन

'ऑनलाइन माध्यम से आसानी से कर सकते हैं पंजीयन'
पीएमसीएच के डॉ अशोक कुमार ने बताया कि अंगदान करने वाले लोग ऑनलाइन के माध्यम से आसानी से पंजीयन कर सकते हैं. उन्होंने बताया कि परिवार की सहमति के बाद मृत व्यक्ति के पोस्टमॉर्टम के दौरान उनके कामयाब अंगों को निकालकर सुरक्षित रखा जाता है. जिसके बदले में मृतक परिवार के दो सदस्य को आजीवन बीमा का लाभ दिया जाता है. सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि एक व्यक्ति के देहदान करने से 50 घायल लोगों की मदद की जा सकती है.

पटना: बिहार में इन दिनों अंगदान पखवाड़ा दिवस मनाया जा रहा है. राज्य के तमाम बड़े अस्पतालों में अंगदान को लेकर कार्यशाला का आयोजन कर लोगों को इसके प्रति जागरूक किया जा रहा है. कहा जाता है कि अंगदान एक महादान है. पुराने विचारों से हटकर मानव जीवन में लोगों को मदद करने के लिए अंगदान करना जरूरी है.

जिले के पीएमसीएच में अंगदान पखवाड़े के दौरान कार्यशाला का आयोजन किया गया. इस बार अंगदान करने वालों के लिए ऑनलाइन पंजीयन की व्यवस्था है.

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पीएमसीएच मे अंगदान कार्यशाला का आयोजन

बढ़-चढ़कर लोग कर रहे अंगदान
अब समाज में परिवर्तन देखने को मिल रहा है. बिहार के आईजीआईएमएस और पीएमसीएच में बढ़-चढ़कर लोग नेत्रदान और देहदान कर रहे हैं. जानकारी के अनुसार आईजीआईएमएस में अब तक 100 से अधिक लोगों ने नेत्रदान और देहदान का संकल्प लिया है. वहीं, पीएमसीएच में 50 से अधिक लोगों ने देहदान के प्रति अपनी जागरुकता दिखाई है.

पीएमसीएच मे अंगदान कार्यशाला का आयोजन

'ऑनलाइन माध्यम से आसानी से कर सकते हैं पंजीयन'
पीएमसीएच के डॉ अशोक कुमार ने बताया कि अंगदान करने वाले लोग ऑनलाइन के माध्यम से आसानी से पंजीयन कर सकते हैं. उन्होंने बताया कि परिवार की सहमति के बाद मृत व्यक्ति के पोस्टमॉर्टम के दौरान उनके कामयाब अंगों को निकालकर सुरक्षित रखा जाता है. जिसके बदले में मृतक परिवार के दो सदस्य को आजीवन बीमा का लाभ दिया जाता है. सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि एक व्यक्ति के देहदान करने से 50 घायल लोगों की मदद की जा सकती है.

Intro:अंगदान महादान, अंगदान के मामले में बढ़ रही है जागरूकता, आप भी करें यह महादान....
पीएमसीएच मे अंगदान पखवाड़े पर कार्यशाला का आयोजन


मरने के बाद हमारे सभी अंगों को खाक में मिल जाना है कितना अच्छा हो कि मरने के बाद यहां किसी को जीवनदान दे सके


Body:सुबे में इन दिनों अंगदान पखवाड़ा दिवस मनाया जा रहा है, और इन दिनों बिहार के तमाम बड़े अस्पतालों में अंगदान को लेकर कार्यशाला का आयोजन कर लोगों को इसके प्रति जागरूक किया जा रहा है, बताया जा रहा है कि अंगदान एक महादान है, पुरानी रूढीवादियों से हटकर मानव जीवन में लोगों को मदद करने के लिए अंगदान करना जरूरी है,
अंगदान में एक आदमी 8 लोगों की जिंदगी बचा सकता है हर वर्ष लाखों लोगों की मौत सिर्फ इसलिए हो जाती हैं, क्योंकि उन्हें कोई अंगदाता नहीं मिल पाता, ऑर्गन फेलियर के चलते तो कभी एक्सीडेंट के कारण ऑर्गन ट्रांसप्लांट करना जरूरी हो जाता है, और उसके बाद जान भी बच जाती है लेकिन ऑर्गन डोनेट करने वालों की कमी के चलते ऐसे मामलों का अंत भी अक्सर मौत के रूप में ही होता है
लेकिन अब समाज में परिवर्तन देखने को मिल रहा है बिहार के आईजीआईएमएस एवं पीएमसीएच में बढ़-चढ़कर लोग नेत्रदान एवं देहदान कर रहे हैं, आईजीएमएस में अब तक 100 से अधिक लोगों ने नेत्रदान एवं देहदान का संकल्प लिया है, जबकि पीएमसीएच में 50 से अधिक लोगों ने इसके प्रति अपनी जागरूकता दिखाई है


Conclusion:पीएमसीएच मे आज अंगदान पखवाड़े के दौरान कार्यशाला का आयोजन किया गया एवं मीडिया ब्रीफिंग की गई ,इस दौरान डॉ अशोक कुमार ने बताया कि अंगदान करने वाले और दान देने वाले की ऑनलाइन पंजीयन की व्यवस्था है, अन्नदाता परिवार की सहमति के बाद मृत व्यक्ति का 24 घंटे में पोस्टमार्टम किया जाता है, उसमें सरकारी डॉक्टर मौजूद रहता है ,अन्नदाता परिवार के दो सदस्यों को आजीवन स्वास्थ्य बीमा का लाभ दिया जाता है, इसके साथ परिवार के दो सदस्यों को आजीवन मुफ्त इलाज होता है कोई भी व्यक्ति जिसे कैंसर डायबिटीज जैसी घातक बीमारी नहीं है वह अंग दान कर सकता है अंगदान से किडनी, लीवर, बोन मेरो,कार्निया, छोटी आंत काम में ली जाती है
बताया जाता है कि एक शख्स द्वारा किए गए अंगदान से 50 जरूरतमंद लोगों की मदद हो सकती है

बाईट:-डॉ अशोक सिंह,एचओडी,किडनी ट्रांसप्लांट विभाग पीएमसीएच
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