पटना: बिहार में इन दिनों अंगदान पखवाड़ा दिवस मनाया जा रहा है. राज्य के तमाम बड़े अस्पतालों में अंगदान को लेकर कार्यशाला का आयोजन कर लोगों को इसके प्रति जागरूक किया जा रहा है. कहा जाता है कि अंगदान एक महादान है. पुराने विचारों से हटकर मानव जीवन में लोगों को मदद करने के लिए अंगदान करना जरूरी है.
जिले के पीएमसीएच में अंगदान पखवाड़े के दौरान कार्यशाला का आयोजन किया गया. इस बार अंगदान करने वालों के लिए ऑनलाइन पंजीयन की व्यवस्था है.
बढ़-चढ़कर लोग कर रहे अंगदान
अब समाज में परिवर्तन देखने को मिल रहा है. बिहार के आईजीआईएमएस और पीएमसीएच में बढ़-चढ़कर लोग नेत्रदान और देहदान कर रहे हैं. जानकारी के अनुसार आईजीआईएमएस में अब तक 100 से अधिक लोगों ने नेत्रदान और देहदान का संकल्प लिया है. वहीं, पीएमसीएच में 50 से अधिक लोगों ने देहदान के प्रति अपनी जागरुकता दिखाई है.
'ऑनलाइन माध्यम से आसानी से कर सकते हैं पंजीयन'
पीएमसीएच के डॉ अशोक कुमार ने बताया कि अंगदान करने वाले लोग ऑनलाइन के माध्यम से आसानी से पंजीयन कर सकते हैं. उन्होंने बताया कि परिवार की सहमति के बाद मृत व्यक्ति के पोस्टमॉर्टम के दौरान उनके कामयाब अंगों को निकालकर सुरक्षित रखा जाता है. जिसके बदले में मृतक परिवार के दो सदस्य को आजीवन बीमा का लाभ दिया जाता है. सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि एक व्यक्ति के देहदान करने से 50 घायल लोगों की मदद की जा सकती है.