पटना: जेएनयू में हुई फीस वृद्धि को लेकर चल रहे घमासान का असर बिहार में भी दिख रहा है. विधानसभा के शीतकालीन सत्र के पहले दिन ही विपक्ष ने सरकार को घेरा. विपक्ष ने सरकार के इस फैसले को गैर-लोकतांत्रिक करार दिया है और इसे वापस लेने की मांग की. विपक्ष ने विधानसभा में इस मुद्दे पर जमकर बवाल किया.
आरजेडी ने जताया विरोध
आरजेडी के महासचिव आलोक मेहता ने कहा कि जेएनयू में फीस वृद्धि अलोकतांत्रिक है. उन्होंने कहा है कि सरकार को फैसला वापस लेना चाहिए. तमाम गरीब बच्चे वहां पढ़ते हैं, जो आगे चलकर बुद्धिजीवी कहलाते हैं और सरकार से सवाल करते हैं. सरकार जन आवाज को दबाना चाहती है. वह नहीं चाहती कि कोई उससे सवाल करे.
'बेवजह ही हंगामा कर रहा विपक्ष'
विपक्षी दलों के जेएनयू सवाल पर संसदीय कार्य मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि विधानसभा के बाहर हंगामा करने या बयानबाजी करने से कोई फायदा नहीं है. अगर सदस्य इस मुद्दे पर चर्चा चाहते हैं तो उन्हें सदन में उठाना चाहिए. सरकार निश्चित तौर से उनके सवालों का जवाब देगी.
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बीजेपी के मंत्री ने किया बचाव
विधानसभा में विपक्ष के हंगामे पर बीजेपी बचाव की मुद्रा में दिखी. कृषि मंत्री प्रेम कुमार ने कहा कि यह मुद्दा बिहार का नहीं है. इससे इसे यहां उठाने का कोई मतलब नहीं बनता है. केंद्र सरकार इस समस्या को देख रही है. इस पर जो भी उचित फैसला है वह लिया जाएगा.