पटनाः सत्ता पक्ष का बिहार के रहने वाले आनंद की जीवन पर बनी फिल्म सुपर-30 देखना विपक्ष को नहीं पच रहा है. विपक्ष का कहना है कि एक तरफ जनता बाढ़ से मर रही है, तो दूसरी तरफ सरकार सिनेमा देखने में मस्त है. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि सरकार बाढ़ पीड़ितों के लिए कितनी संवेदनशील है.
डिप्टी सीएम ने भी देखी फिल्म
दरअसल, टैक्स फ्री करने के बाद बिहार कैबिनेट के कई सदस्य बुधवार को फिल्म सुपर थर्टी देखने गए थे. जिसको लेकर विपक्ष ने सत्ता पक्ष पर आरोप लगाना शुरू कर दिया. विपक्ष का कहना है कि एक तरफ जहां बिहार भयंकर बाढ़ की चपेट में है. वहीं, सरकार के डिप्टी सीएम सहित कई कैबिनेट सदस्य सिनेमा देखने में मस्त हैं. उन्हें बिहार के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के लोगों के दुख-दर्द से कोई मतलब नहीं है. एक तरफ सूबे में लोग बाढ़ से मर रहे हैं, तो वहीं दूसरी तरफ सरकार सिनेमा देख रही है. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि ये कितने संवेदनशील है.
सिनेमा देखना निजी मामला है- श्याम रजक
वहीं, बिहार सरकार के मंत्री श्याम रजक का कहना है कि सिनेमा देखना ना देखना, खाना खाना ना खाना यह निजी मामला है. सरकार काम के लिए है और काम कर रही है. जैसे ही बाढ़ की सूचना मिली सीएम ने हवाई सर्वेक्षण किया और जरूरी सुविधा उपलब्ध कराने के बात कही. सरकार चिंतित है कि कैसे उन्हें हर सुविधा उपलब्ध कराई जाए. इसके लिए लगातार समीक्षा भी हो रही है. सरकार का कहना है कि उनके खजाना पर पहला हक बाढ़ पीड़ितों का ही है.
बाढ़ को लेकर सरकार और विपक्ष आमने-सामने है, लेकिन अब विपक्ष ही सरकार के निशाने पर आ गई है, क्योंकि विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव सदन नहीं आ रहे हैं.