पटना: नीतीश सरकार में कई महत्वपूर्ण विभागों का जिम्मा संभाल रहे अफसरों के दिल्ली जाने की खबरों के बीच पक्ष-विपक्ष एक बार फिर आमने-सामने है. एकतरफ जहां विपक्ष इसे अधिकारियों का नीतीश सरकार से मोहभंग बता रहा है, तो वहीं दूसरी तरफ भाजपा के नेता राजद को अपना कार्यकाल याद दिला रहे हैं.
राजद विधायक विजय प्रकाश का कहना है कि राज्य सरकार अफसरों से गलत काम कराना चाहती है. जिस कारण अफसर बिहार से बाहर जाने को मजबूर हो रहे हैं. राज्य में ईमानदार अफसरों को सम्मान नहीं मिल रहा है. इसी कारण कई अफसर सेवा तक छोड़ने को मजबूर हुए हैं. इनमें ज्यादातर वैसे आईएएस, आईपीएस अफसर हैं जिनके दम पर बिहार की सरकार बेहतर काम करने का दावा करती है.
राजद को याद दिलाया अपना शासनकाल
वहीं बीजेपी इसे सामान्य प्रक्रिया बता रही है. बीजेपी प्रवक्ता अजीत चौधरी ने कहा कि हर अधिकारी को सेंट्रल डेप्यूटेशन पर जाना जरूरी होता है. लेकिन राज्य सरकार अपने काम की सुविधा को देखते हुए अधिकारियों को रखने या रिलीव करने का निर्णय लेती है. विपक्ष की ओर से उठाए जा रहे सवालों के जवाब में बीजेपी नेता ने कहा कि उन्हें जानकारी का अभाव है. राजद को अपने शासनकाल को याद करना चाहिए. वर्तमान सरकार में कभी भी अधिकारियों का गलत इस्तेमाल नहीं किया गया है. यह काम राजद के शासनकाल में होता था जिसे पूरा देश जानता है.