पटनाः राजधानी पटना को स्मार्ट बनाने की कवायद तेजी से चल रही है. इसके लिए पटना स्मार्ट सिटी लिमिटेड और नगर निगम की टीम पूरी तरह जुटी है. शहर के विभिन्न चौक-चौराहों से लेकर खुले मैदानों को भी सजाया जा रहा है. वहीं, पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में ओपेन थियेटर का निर्माण कराया जा रहा है.
राजधानी पटना में हालिया कुछ सालों में बहुत कुछ बदल गया है. बिहार म्यूजियम, सम्राट अशोक कन्वेंशन हॉल से लेकर बिहार सभ्यता द्वार शहर की खूबसूरती में चार चांद लगा रही है. वहीं, अब ऐतिहासिक गांधी मैदान को भी संवारने का काम चल रहा है. गांधी मैदान को नया रूप देने के लिए निगम एक नई योजना पर कार्य कर रही है. लोगों के मनोरंजन के लिए नि:शुल्क ओपन थिएटर यानी मेगा स्क्रीन का निर्माण करवा रही है.
दिखायी जायेगी बिहार की संस्कृति
गांधी मैदान में खुले आसमान के नीचे इस मेगा स्क्रीन पर प्रदेश की सांस्कृतिक कार्यों को देख सकेंगे. इसके अलावा मनोरंजन का भी ख्याल रखा जायेगा. अगर आप पटना से बाहर बिहार के किसी अन्य हिस्से में नहीं जा पाते हैं तो मेगा स्क्रीन के माध्यम से संस्कृति से संबंधित फिल्म देख सकते हैं.
क्रिकेट का भी लुफ्त उठाएंगे
मनोरंजन के लिए विभिन्न खेलों का प्रसारण भी दिखाया जायेगा. किसी बड़े टूर्नामेंट मैच को लोग मेगा स्क्रीन पर देख सकेंगे. क्रिकेट, हॉकी, वॉलीबॉल या फिर फुटबॉल का आनंद गांधी मैदान में उठाया जा सकता है. भारत-पाकिस्तान के क्रिकेट मैच को पूरे देशवासी सांसे थाम कर देखते हैं, ऐसे में अब गांधी मैदान में मेगा स्क्रीन के माध्यम से लोग मैच का लाइव टेलीकास्ट देख सकेंगे.
रोजाना शाम 7 से 10 बजे तक चलेगा शो
गांधी मैदान में लगने वाले खुले स्क्रीन का साइज 80x40 फीट या फिर 52x26 फ़ीट का हो सकता है. इसको बेहतरी के लिए दो-दो स्क्रीन भी लगाए जा सकते हैं. स्क्रीन पर 25000 एलुमिनियम के दो हाई क्वालिटी प्रोजेक्टर लगाने का भी प्रावधान है. बताया जा रहा है कि उच्च श्रेणी के प्रोजेक्टर लगाने से खुले मैदान में आम लोगों को कार्यक्रम देखने में कोई असुविधा नहीं होगी. गांधी मैदान में हर दिन शाम 7 बजे से रात 10 बजे तक सांस्कृतिक या मनोरंजन के कार्यक्रम दिखाए जाएंगे. इस प्रोजेक्ट में लगभग 6 करोड़ 98 लाख रुपये खर्च होने का अनुमान है.
सितंबर तक पूरा करने का टारगेट
आपको बता दें कि इस प्रोजेक्ट को लागू करने के लिए पटना नगर निगम, पटना स्मार्ट सिटी लिमिटेड के साथ-साथ जिला प्रशासन भी लगा हुआ है. इस प्रोजेक्ट को सितंबर के आखिरी सप्ताह में पूरा करने का लक्ष्य है. ताकि, आम लोग बापू की जयंती 2 अक्टूबर के दिन महात्मा गांधी के ऊपर बनी फिल्म को दिख सकें.