ETV Bharat / state

बिहार के सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में आज से OPD सेवा शुरू: प्रधान सचिव

स्वास्थ्य विभाग ने ओपीडी सेवा शुरू करने का निर्देश दिया है. इसके लिए कई गाइडलाइंस भी जारी किए गए हैं.

author img

By

Published : Jun 10, 2020, 10:17 AM IST

स्वास्थ्य विभाग
स्वास्थ्य विभाग

पटना: कोरोना वायरस को लेकर पूरे देश में सख्ती के साथ महीनों लॉकडाउन लागू रहा. 70 दिनों से राज्य के सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में ओपीडी सेवा बंद कर दी गई थी. लेकिन आज से राज्य के सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में ओपीडी सेवा शुरू करने का निर्देश जारी कर दिया गया है. ये निर्देश स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव उदय सिंह कुमावत ने दिया है.

इस निर्देश में कई सुविधाएं और ऐहतियात के बारे में स्पष्ट जानकारी दी गई है. किस तरह से डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मी काम करेंगे? मरीजों को देखने की क्या व्यवस्था होगी? इन सब को लेकर विस्तार से गाइडलाइंस दिए गए हैं.

प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में मिलेंगी ये सुविधाएं:

  • महिला मरीजों के लिए जांच और प्रसव की सुविधा शुरू.
  • सभी मरीजों के लिए प्राथमिक इलाज.
  • दांत का इलाज होगा.
  • रक्त की जांच और एक्स-रे की सुविधा होगी.
  • सामान्य ऑपरेशन और प्लास्टर इत्यादि की सुविधा होगी.
  • टीकाकरण की सुविधा होगी.
  • प्रतिदिन ओपीडी की सुविधाएं सुचारू ढंग से चलेंगे.
  • मेडिकल इमरजेंसी की सुविधा रहेगी.
  • परिवार नियोजन कार्यक्रम के तहत होने वाले तमाम सुविधाएं दी जाएंगी.

स्वास्थ्य विभाग ने दिए कई निर्देश
स्वास्थ्य विभाग के निर्देश में कहा गया है कि सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में फ्लू कॉर्नर बनाया जाए. जिनमें सभी मरीजों को पहले थर्मल जांच के लिए भेजा जाएगा. अगर किसी मरीज में कोरोना के लक्षण दिखेंगे, तो कोरोना गाइडलाइंस के अनुसार उसका इलाज किया जाएगा. ब्लू कलर में रोस्टर के अनुसार डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ की तैनाती की जाएगी, जो N95 मास्क डिस्पोजेबल ग्लास, वर्क कैप पहन कर काम करेंगे. वहीं, डॉक्टर के कमरे में एक-एक मरीज को ही भेजे जाएंगे. डॉक्टर मरीज के इलाज के दौरान सोशल डिस्टेंस का पालन करेंगे. स्वास्थ विभाग ने हर हाल में कोरोना को लेकर निर्धारित प्रक्रिया के पालन करना अनिवार्य कर दिया है.

राज्य में हैं लगभग 5 हजार डॉक्टर
बता दें कि राज्य में कुल 534 पीएचसी और सीएचसी हैं. 10 हजार हेल्थ सब सेंटर है. 1384 एपीएचसी है. लॉकडाउन के पहले राज्य में प्रतिदिन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में लगभग 10,500 मरीजों का इलाज होता था. वहीं, राज्य में करीब 5 हजार डॉक्टरों की संख्या है.

पटना: कोरोना वायरस को लेकर पूरे देश में सख्ती के साथ महीनों लॉकडाउन लागू रहा. 70 दिनों से राज्य के सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में ओपीडी सेवा बंद कर दी गई थी. लेकिन आज से राज्य के सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में ओपीडी सेवा शुरू करने का निर्देश जारी कर दिया गया है. ये निर्देश स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव उदय सिंह कुमावत ने दिया है.

इस निर्देश में कई सुविधाएं और ऐहतियात के बारे में स्पष्ट जानकारी दी गई है. किस तरह से डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मी काम करेंगे? मरीजों को देखने की क्या व्यवस्था होगी? इन सब को लेकर विस्तार से गाइडलाइंस दिए गए हैं.

प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में मिलेंगी ये सुविधाएं:

  • महिला मरीजों के लिए जांच और प्रसव की सुविधा शुरू.
  • सभी मरीजों के लिए प्राथमिक इलाज.
  • दांत का इलाज होगा.
  • रक्त की जांच और एक्स-रे की सुविधा होगी.
  • सामान्य ऑपरेशन और प्लास्टर इत्यादि की सुविधा होगी.
  • टीकाकरण की सुविधा होगी.
  • प्रतिदिन ओपीडी की सुविधाएं सुचारू ढंग से चलेंगे.
  • मेडिकल इमरजेंसी की सुविधा रहेगी.
  • परिवार नियोजन कार्यक्रम के तहत होने वाले तमाम सुविधाएं दी जाएंगी.

स्वास्थ्य विभाग ने दिए कई निर्देश
स्वास्थ्य विभाग के निर्देश में कहा गया है कि सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में फ्लू कॉर्नर बनाया जाए. जिनमें सभी मरीजों को पहले थर्मल जांच के लिए भेजा जाएगा. अगर किसी मरीज में कोरोना के लक्षण दिखेंगे, तो कोरोना गाइडलाइंस के अनुसार उसका इलाज किया जाएगा. ब्लू कलर में रोस्टर के अनुसार डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ की तैनाती की जाएगी, जो N95 मास्क डिस्पोजेबल ग्लास, वर्क कैप पहन कर काम करेंगे. वहीं, डॉक्टर के कमरे में एक-एक मरीज को ही भेजे जाएंगे. डॉक्टर मरीज के इलाज के दौरान सोशल डिस्टेंस का पालन करेंगे. स्वास्थ विभाग ने हर हाल में कोरोना को लेकर निर्धारित प्रक्रिया के पालन करना अनिवार्य कर दिया है.

राज्य में हैं लगभग 5 हजार डॉक्टर
बता दें कि राज्य में कुल 534 पीएचसी और सीएचसी हैं. 10 हजार हेल्थ सब सेंटर है. 1384 एपीएचसी है. लॉकडाउन के पहले राज्य में प्रतिदिन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में लगभग 10,500 मरीजों का इलाज होता था. वहीं, राज्य में करीब 5 हजार डॉक्टरों की संख्या है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.