पटना: बिहार में इन दिनों प्याज की झांस से नहीं इसकी खरीददारी करने पर लोगों के आंखों से आंसू आ रहे हैं. बीते एक सप्ताह में बिहार में प्याज का भाव दोगुना हो गया है. एक सप्ताह पहले जहां प्याज 30 रुपये प्रति किलो के भाव से बिक रहा था वहीं अब 1 किलो प्याज की कीमत 60 रुपये के लगभग हो गयी है. लोगों का कहना है कि सब्जी को स्वादिष्ट बनाने के लिए प्याज तो चाहिए ही. प्याज की क्वांटिटी काम करने पर विचार कर रहे हैं.
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प्याज का भाव दोगुना दर से बढ़ा: पटना के मीठापुर सब्जी मंडी में सब्जी दुकानदार संजू ने बताया कि इधर दो-तीन दिनों में प्याज काफी महंगा हुआ है. थोक मंडी में ही 5200 रुपये प्याज का बोड़ा उन्हें पड़ रहा है. ऐसे में 280 रुपये पसेरी और 60 रुपये प्रति किलो के भाव से प्याज बेचना पड़ रहा है. दुकानदार ने बताया कि महंगा होने के कारण लोग कम प्याज खरीद रहे हैं. एक सप्ताह के भीतर प्याज का भाव दोगुना दर से बढ़ा है.
प्याज की कम हो रही खरीददारी: सब्जी खरीद रही महिला खुशबू ने कहा कि प्याज काफी महंगा हो गया है. इसे अफोर्ड कर पाना मुश्किल है. सब्जी में प्याज तो चाहिए ही लेकिन अब वह स्वाद के लिए सिर्फ प्याज का इस्तेमाल करेगी. पहले जहां एक किलो प्याज का इस्तेमाल होता था वहां ढाई सौ ग्राम प्याज का इस्तेमाल करना होगा. प्याज खरीद रहे युवक वरुण ने कहा कि प्याज काफी महंगा हो गया है. इससे आम लोगों की जेब पर असर पड़ रहा है.
प्याज स्टोरेज की व्यवस्था नहींः बिहार में प्याज के स्टोरेज के लिए कोई सेंटर नहीं है जिसका परिणाम है कि बाहर से आने वाली प्याज की खेपों पर निर्भर होना पड़ता है. सरकार को चाहिए कि इस पर संज्ञान ले और जो सरकारी दर पर एमआरपी तय है उसी दर पर प्याज लोगों को आसानी से उपलब्ध हो इसके लिए प्रयास करना चाहिए. जरूरत से कम प्याज की खरीदारी हो रही है. लोग भी प्याज की खपत कम कर दिए हैं, क्योंकि इसकी बढ़ी हुई कीमत लोगों की जेब खाली कर रही है.