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पटना में इनफ्लूएंजा-A से संक्रमित मरीज की मौत, स्वाइन फ्लू के 2 मरीज भर्ती, H1N1 की पुष्टि

स्वाइन फ्लू एक संक्रामक बीमारी है जो एच-1 एन-1 वायरस की वजह से फैलता है. स्वाइन फ्लू से प्रभावित व्यक्ति में सामान्य मौसमी सर्दी-जुकाम जैसे ही लक्षण होते हैं.

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Published : Sep 10, 2021, 6:04 PM IST

Updated : Sep 10, 2021, 7:11 PM IST

पटना: कोरोना वायरस (Corona Virus) और वायरल फीवर (Viral Fever) के बाद बिहार में अब स्वाइन फ्लू (Swine Flu) ने भी कहर मचाना शुरू कर दिया है. इस बीच पटना में शुक्रवार को इनफ्लूएंजा-A संक्रमण से एक व्यक्ति की मौत हो गई है. साथ ही पारस हॉस्पिटल में स्वाइन फ्लू के दो नए मरीज भर्ती हैं.

ये भी पढ़ें: बड़ी खबर: कोरोना और वायरल फीवर के बीच पटना में स्वाइन फ्लू की दस्तक

पटना के पारस अस्पताल (Paras Hospital) के अधीक्षक डॉ. आसिफ ने इनफ्लूएंजा-A संक्रमण से मौत की पुष्टि की है. बताया जाता है कि मृतक की पहचान 58 वर्षीय अरविंद कुमार के रूप में हुई है, जो फुलवारी शरीफ के बिरला कॉलोनी का रहने वाला है. जानकारी के मुताबिक, अरविंद कुमार को तबीयत बिगड़ने के बाद 4 सितंबर को राजा बाजार स्थित पारस हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था.

इन खतरों से निपटने के लिए बिहार का स्वास्थ्य विभाग (Health Department) अलर्ट मोड पर है. लेकिन चिंता की बात यह है कि स्वाइन फ्लू के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. पटना के पारस हॉस्पिटल में शुक्रवार को भी दो नए मरीज भर्ती हुए हैं. जिससे स्वाइन फ्लू के मरीजों की संख्या 6 हो गई है.

ये भी पढ़ें: पटनाः एक मरीज में हुई स्वाइन फ्लू की पुष्टि, ब्लड सैंपल की जांच में पॉजिटिव आया रिपोर्ट

हालांकि, डॉक्टर का कहना है कि लोगों को स्वाइन फ्लू से घबराने की जरूरत नहीं है. इस संक्रमण से बचाव संभव है और इसका इलाज मौजूद है. डॉक्टर ने कहा, अगर किसी व्यक्ति को स्वाइन फ्लू के लक्षण दिखते हैं तो उन्हें समय पर इलाज के लिए अस्पताल पहुंचना चाहिए.

डॉक्टर का कहना है कि स्वाइन फ्लू के संक्रमण फैलने के प्रति लोगों को जागरूक होने की जरूरत है. खांसने, छींकने या छूने से भी स्वाइन फ्लू का वायरस एक से दूसरे व्यक्ति में पहुंच जाता है. इस वजह से स्वाइन फ्लू से प्रभावित लोगों को अलग रखा जाना चाहिए.

ये भी पढ़ें: 'कोरोना की तीसरी लहर से अलग है Viral Fever, इससे डरने की नहीं.. डटकर लड़ने की जरूरत'

इसी के साथ, डॉक्टर ने लोगों को सावधान रहने की सलाह दी है और कहा कि इसके लक्षण पर जरूर गौर करें, जिसमें बुखार के साथ सर्दी, जुकाम, खांसी, गले में खराश और सांस लेने में परेशानी हो तो तुरंत अपने डॉक्टर से मिलें.

स्वाइन फ्लू एक संक्रामक बीमारी है जो एच-1 एन-1 वायरस की वजह से फैलता है. स्वाइन फ्लू से प्रभावित व्यक्ति में सामान्य मौसमी सर्दी-जुकाम जैसे ही लक्षण होते हैं.

स्वाइन फ्लू से प्रभावित लोगों में नाक से पानी बहना या नाक बंद हो जाना, गले में खराश, सर्दी-खांसी, बुखार, सिरदर्द, शरीर दर्द, थकान, ठंड लगना, पेट दर्द और कभी-कभी दस्त उल्टी आने जैसी दिक्कत हो सकती है. कम उम्र के व्यक्तियों, छोटे बच्चों और गर्भवती महिलाओं को स्वाइन फ्लू का वायरस तेजी से प्रभावित करता है.

ये भी पढ़ें: SKMCH का PICU वार्ड फुल, केजरीवाल अस्पताल में भर्ती हुए वायरल फीवर के शिकार 150 बच्चे

पटना: कोरोना वायरस (Corona Virus) और वायरल फीवर (Viral Fever) के बाद बिहार में अब स्वाइन फ्लू (Swine Flu) ने भी कहर मचाना शुरू कर दिया है. इस बीच पटना में शुक्रवार को इनफ्लूएंजा-A संक्रमण से एक व्यक्ति की मौत हो गई है. साथ ही पारस हॉस्पिटल में स्वाइन फ्लू के दो नए मरीज भर्ती हैं.

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पटना के पारस अस्पताल (Paras Hospital) के अधीक्षक डॉ. आसिफ ने इनफ्लूएंजा-A संक्रमण से मौत की पुष्टि की है. बताया जाता है कि मृतक की पहचान 58 वर्षीय अरविंद कुमार के रूप में हुई है, जो फुलवारी शरीफ के बिरला कॉलोनी का रहने वाला है. जानकारी के मुताबिक, अरविंद कुमार को तबीयत बिगड़ने के बाद 4 सितंबर को राजा बाजार स्थित पारस हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था.

इन खतरों से निपटने के लिए बिहार का स्वास्थ्य विभाग (Health Department) अलर्ट मोड पर है. लेकिन चिंता की बात यह है कि स्वाइन फ्लू के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. पटना के पारस हॉस्पिटल में शुक्रवार को भी दो नए मरीज भर्ती हुए हैं. जिससे स्वाइन फ्लू के मरीजों की संख्या 6 हो गई है.

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हालांकि, डॉक्टर का कहना है कि लोगों को स्वाइन फ्लू से घबराने की जरूरत नहीं है. इस संक्रमण से बचाव संभव है और इसका इलाज मौजूद है. डॉक्टर ने कहा, अगर किसी व्यक्ति को स्वाइन फ्लू के लक्षण दिखते हैं तो उन्हें समय पर इलाज के लिए अस्पताल पहुंचना चाहिए.

डॉक्टर का कहना है कि स्वाइन फ्लू के संक्रमण फैलने के प्रति लोगों को जागरूक होने की जरूरत है. खांसने, छींकने या छूने से भी स्वाइन फ्लू का वायरस एक से दूसरे व्यक्ति में पहुंच जाता है. इस वजह से स्वाइन फ्लू से प्रभावित लोगों को अलग रखा जाना चाहिए.

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इसी के साथ, डॉक्टर ने लोगों को सावधान रहने की सलाह दी है और कहा कि इसके लक्षण पर जरूर गौर करें, जिसमें बुखार के साथ सर्दी, जुकाम, खांसी, गले में खराश और सांस लेने में परेशानी हो तो तुरंत अपने डॉक्टर से मिलें.

स्वाइन फ्लू एक संक्रामक बीमारी है जो एच-1 एन-1 वायरस की वजह से फैलता है. स्वाइन फ्लू से प्रभावित व्यक्ति में सामान्य मौसमी सर्दी-जुकाम जैसे ही लक्षण होते हैं.

स्वाइन फ्लू से प्रभावित लोगों में नाक से पानी बहना या नाक बंद हो जाना, गले में खराश, सर्दी-खांसी, बुखार, सिरदर्द, शरीर दर्द, थकान, ठंड लगना, पेट दर्द और कभी-कभी दस्त उल्टी आने जैसी दिक्कत हो सकती है. कम उम्र के व्यक्तियों, छोटे बच्चों और गर्भवती महिलाओं को स्वाइन फ्लू का वायरस तेजी से प्रभावित करता है.

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Last Updated : Sep 10, 2021, 7:11 PM IST
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