पटना: राज्य के एक लाख बीस हजार ग्रामीण सड़कों की वर्तमान स्थिति पर विभाग के अफसर लगातार समीक्षा कर रहे हैं. हालांकि ग्रामीण विकास मंत्री विजय चौधरी के पास अन्य चार विभागों की जिम्मेवारी भी है. मंत्रिमंडल विस्तार के बाद ये विभाग किसके पास होगा ये अभी तय नहीं. बावजूद इसके विभाग के सचिव पंकज पाल लगातार योजनाओं की समीक्षा करते दिखे. हालांकि ग्रामीण विकास विभाग द्वारा चलाई जा रही योजनाओं की मंत्री स्तर पर अभी समीक्षा नहीं हुई है.
'अभी विभाग की विस्तृत समीक्षा मैंने नहीं की है, लेकिन अधिकारियों से जो जानकारी प्राप्त हुई है. इससे स्पष्ट है कि राज्य में विकास के काम बिना रुकावट के चल रहे हैं'- विजय चौधरी, ग्रामीण कार्य मंत्री
विकास के कार्य लगातार रहेंगे जारी
लॉकडाउन पीरियड में राजस्व संग्रहण में गिरावट के सवाल पर उन्होंने कहा कि अन्य राज्यों की तुलना में बिहार में आदर्श स्थिति स्थापित की. कई राज्यों में तो सरकारी कर्मियों के वेतन में कटौती की गई, लेकिन बिहार लगातार अपने कर्मचारियों को पूरा वेतन देता रहा. उन्होंने माना कि राजस्व संग्रहण में कमी आने के कारण विकास कार्यों में थोड़ी बाधा जरूर हो सकती है, लेकिन विकास के कार्य निरंतर जारी रहेंगे.
'98 हजार किलोमीटर सड़कें बनाई गईं'
वहीं, विभाग के सचिव पंकज कुमार पाल ने बताया कि विभाग में ग्रामीण सड़कों के निर्माण के लिए पर्याप्त राशि उपलब्ध है और कहीं भी काम रोका नहीं गया है. अभी 98 हजार किलोमीटर की सड़कें बना ली गई है और 21 हजार किलोमीटर की सड़कों पर निर्माण कार्य जारी है. उन्होंने बताया कि सड़कों के निर्माण के अलावा मेंटेनेंस का काम भी विभाग के द्वारा मुस्तैदी से किया जा रहा है और इसके लिए एजेंसियों का भी चयन हो चुका है.
विभाग जल्द जारी करेगा व्हाट्सएप नंबर
ग्रामीण सड़कों से जुड़ी शिकायतों और समाधान के लिए विभाग जल्द ही एक व्हाट्सएप नंबर जारी करेगा, जिसकी मॉनिटरिंग मुख्यालय स्तर से होगी. इस शिकायत पद्धति में कोई भी ग्रामीण जनता अपने आसपास के सड़कों के खस्ताहाल की विस्तृत जानकारी व्हाट्सएप ग्रुप में दे सकेगा और जल्द ही इस पर कार्रवाई की जाएगी.
गौरतलब है कि नीतीश सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले 100 आबादी वाले बसावटों और टोलों को भी पक्की सड़क से जोड़ने का निर्देश दिया है. राज्य में ग्रामीण सड़कों के निर्माण और मरम्मत के साथ मेंटेनेंस के लिए 4 योजनाएं चल रही हैं.
मुख्यमंत्री ग्राम संपर्क योजना
- कुल लक्ष्य- 52,237 बसावटों/ टोलों में 40,123 किलोमीटर
- कुल पूर्ण- 39,556 बसावटों/ टोलों में 20,805 किलोमीटर
- कार्य प्रगति पर- 12,458 बसावटों/ टोलों में 18,930 किलोमीटर
- चयन हेतु- 223 बसावटों में 388 किलोमीटर
ग्रामीण पथ अनुरक्षण कार्यक्रम
- कुल लक्ष्य- 48,938 किलोमीटर
- कुल पूर्ण- 15,982 किलोमीटर
- कार्य प्रगति पर- 20,829 किलोमीटर
- चयन हेतु शेष- 12,126 किलोमीटर
राज्य सरकार की योजनाएं
- कुल लक्ष्य- 7,423 बसावटों / टोलों में 20,986 किलोमीटर
- कुल पूर्ण- 6,986 बसावटों/ टोलों में 20,087 किलोमीटर
- कार्य प्रगति पर- 437 बसावटों/ टोलों में 898 किलोमीटर