पटना: पटना में बुधवार को पटना मेडिकल काॅलेड और हाॅस्पिटल की सैकड़ों नर्सों ने अधीक्षक कार्यालय का घेराव किया. नर्सों ने PMCH के अधीक्षक डाॅ आईएस ठाकुर पर मनमानी करने का आरोप (Serious allegations on PMCH superintendent) लगाया. नर्सों को छुट्टियां नहीं मिल रही है. सीनियर नर्सों को अपमानित किया जा रहा है और जो इंचार्ज सिस्टर हैं, उन्हें बिना किसी कारण के लेटर थमा कर उनसे चार्ज वापस ले लिया जा रहा है. नर्सों ने यह भी आरोप लगाया कि उन लोगों से 9 से 10 घंटे की ड्यूटी ली जा रही है और जो अधीक्षक की चहेती हैं उन्हें चार से छह घंटे की ही ड्यूटी दी जा रही है. वहीं जब मामले पर अस्पताल के अधीक्षक डॉ आईएस ठाकुर का पक्ष जानने के लिए उन्हें जब कॉल किया गया तो उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया और ना ही उनकी तरफ से इसका कोई जवाब आया.
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सीनियर से चार्ज लेकर जूनियर को दे दिया गयाः नर्सों ने कहा कि सीनियर से चार्ज लेकर जूनियर को थमा दिया जा रहा है. बता दें कि वार्ड इंचार्ज से चार्ज तब ही लिया जाता है, जब उस पर कोई आरोप लगा हो या फिर जांच में दोषी मिले. पीएमसीएच की सीनियर नर्स पूनम कुमारी ने बताया कि वह 2008 से पीएमसीएच में कार्य कर रही हैं और इस दौरान कई अधीक्षक आए और गए, लेकिन डॉ आईएस ठाकुर जैसा मनमानी करने वाला कोई अधीक्षक उन्होंने अब तक नहीं देखा. अस्पताल की नर्सों को लगातार अपमानित किया जा रहा है. वैसी नर्स जिनके रिटायरमेंट में 1 से 2 महीना का समय बचा हुआ है, उन्हें जबरन ट्रांसफर कर दिया जा रहा है.
"मैं 2008 से पीएमसीएच में कार्य कर रही हूं और इस दौरान कई अधीक्षक आए और गए, लेकिन डॉ आईएस ठाकुर जैसा मनमानी करने वाला कोई अधीक्षक मैंने अब तक नहीं देखा. अस्पताल की नर्सों को लगातार अपमानित किया जा रहा है. वैसी नर्स जिनके रिटायरमेंट में 1 से 2 महीना का समय बचा हुआ है, उन्हें जबरन ट्रांसफर कर दिया जा रहा है" - पूनम कुमारी, सीनियर नर्स
रिटायरमेंट से एक-दो महीना पहले कर देते हैं ट्रांसफरः उन लोगों की नियमावली में है कि 1 साल रिटायरमेंट का समय बचा है तो उनका ट्रांसफर नहीं होगा. उन्होंने कहा कि अधीक्षक की ओर से वार्ड में स्मार्ट नर्सों की डिमांड की जाती है. अगर नर्स स्मार्ट और यंग चाहिए तो डॉक्टर भी स्मार्ट और यंग हों. वहीं जितने भी बुजुर्ग डॉक्टर अस्पताल में तैनात हैं, उन्हें ग्रामीण क्षेत्रों में ट्रांसफर किया जाए. अपनी समस्याओं को लेकर जब वह लोग अधीक्षक से मिलने जाती हैं, तो अधीक्षक मिलते नहीं है और ना ही कभी मिलने का समय देते हैं. विगत 1 वर्षों से नर्सों को प्रताड़ित किया जा रहा है. इसको लेकर कई जगहों पर गई,लेकिन कोई संज्ञान नहीं लिया गया है.
मनमाने ढंग से बंट रही ड्यूटी: पीएमसीएच की हेड परिचारिका प्रमिला कुमारी ने बताया कि अधीक्षक की मनमानी बढ़ गई है. वह नर्सों को ड्यूटी बांटने में मनमानी कर रहे हैं. हेड परिचारिका से चार्ज लेकर हेल्थ मैनेजर को नर्सों की ड्यूटी बांटने की जिम्मेदारी दे दी है. हेल्थ मैनेजर ने भी ड्यूटी लगाने में खूब मनमानी की है. जहां तीन महीनें में नर्सों का नाइट शिफ्ट आता था. वहीं अब एक माह में ही नाइट शिफ्ट लग जा रहा है. अब जूनियर नर्स को वार्ड इंचार्ज बना दिया जा रहा है. इसके खिलाफ जो भी आवाज उठा रही हैं, उनके खिलाफ गलत आरोप लगाकर कार्रवाई कर दी जा रही है. साथ ही कई सीनियर नर्सों पर गलत आरोप लगाकर दूसरी जगह ट्रांसफर कर दिया जा रहा है.
"अधीक्षक की मनमानी बढ़ गई है. वह नर्सों को ड्यूटी बांटने में मनमानी कर रहे हैं. हेड परिचारिका से चार्ज लेकर हेल्थ मैनेजर को नर्सों की ड्यूटी बांटने की जिम्मेदारी दे दी है. हेल्थ मैनेजर ने भी ड्यूटी लगाने में खूब मनमानी की है. जहां तीन महीनें में नर्सों का नाइट शिफ्ट आता था. वहीं अब एक माह में ही नाइट शिफ्ट लग जा रहा है. अब जूनियर नर्स को वार्ड इंचार्ज बना दिया जा रहा है" - प्रमिला कुमारी, हेड परिचारिका
महिला आयोग तक हो चुकी है शिकायतः प्रमिला कुमारी ने कहा कि अधीक्षक ने उनके ट्रांसफर की भी अनुशंसा की हुई है. अधीक्षक नियमों को ताक पर रखकर काम कर रहे हैं. साथ ही सम्मानजनक भाषा से बात भी नहीं करते. इस संबंध में सीएम को भी पत्र लिख चुकी हैं. उपमुख्यमंत्री सह स्वास्थ्य मंत्री को भी पत्र लिख चुकी हैं और महिला आयोग में भी पत्र लिख चुकी हैं. अधीक्षक के रवैये से पीएमसीएच की नर्स किस प्रकार प्रताड़ित और शोषित हो रही हैं, इसको लेकर महिला आयोग में 70 से अधिक नर्सों ने कंप्लेन किया हुआ है. फिर भी अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है.
अधीक्षक के तबादले की मांगः लोगों की मांग है कि तमाम जो गलत निर्देश हाल के दिनों में नर्सों को लेकर जारी किए गए हैं, उसे रद्द किया जाए. स्वास्थ्य विभाग इस अधीक्षक का तबादला करे. ऐसा नहीं हुआ तो आने वाले दिनों में पीएमसीएच में नर्स कार्य बहिष्कार करेंगी और इसके जिम्मेदार स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव होंगे. अधीक्षक के रवैये से नर्सें काफी मजबूर हो गई हैं और सुसाइड तक की बात कर रही हैं. पीएमसीएच की सीनियर नर्स बीतिका विश्वास ने बताया कि अस्पताल के अधीक्षक की मनमानी की वजह से सभी परिचारिकाएं खुद को प्रताड़ित महसूस कर रही हैं. अधीक्षक लगातार उन लोगों को अपमानित कर रहे हैं और जो भी उनके खिलाफ आवाज उठा रहा है उस पर बिना मतलब कार्रवाई कर दी जा रही है.
अपमानजनक शब्दों का करते हैं इस्तेमालः बीतिका विश्वास ने कहा कि सीनियर से चार्ज लेकर जूनियर को चार्ज दिया जा रहा है. सभी नर्सेज प्रताड़ित हैं और स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव से गुहार लगाती है कि उनके मामले पर भी संज्ञान ले. पीएमसीएच में अपने ड्यूटी के कार्यकाल में उन्होंने लगभग 8 अधीक्षक को देखा है लेकिन ऐसा मनमानी करने वाला तानाशाह अधीक्षक नहीं देखा जो उन लोगों की नहीं सुनता है और जब भी परिचारिकाओ से बातें करता है तो तू ताराक और अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल करते हैं.
"अस्पताल के अधीक्षक की मनमानी की वजह से सभी परिचारिकाएं खुद को प्रताड़ित महसूस कर रही हैं. अधीक्षक लगातार उन लोगों को अपमानित कर रहे हैं और जो भी उनके खिलाफ आवाज उठा रहा है उस पर बिना मतलब कार्रवाई कर दी जा रही है"-बीतिका विश्वास, सीनियर नर्स