पटनाः बिहार में कोरोना के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है और यह आंकड़ा 14000 के पास पहुंचने जा रहा है. बात अगर राजधानी पटना की करे तो बिहार में सबसे अधिक संक्रमण का असर पटना जिले में ही देखने को मिल रहा है.
यहां सर्वाधिक 1, 485 मरीज कोरोना के मिले हैं. मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए जिलाधिकारी ने 7 दिनों का लॉकडाउन लागू किया है. यह लॉकडाउन आज से शुरू हो गया है और इसका असर भी पटना की सड़कों पर देखने को मिल रहा है.
सड़कों पर घटी गाड़ियों की संख्या
लॉक डाउन अगेन के पहले दिन राजधानी पटना के सड़कों पर पहले के अपेक्षाकृत गाड़ियों की काफी कम संख्या देखने को मिली. बेली रोड पर गोला रोड के पास गाड़ियों की काफी कम संख्या नजर आई. लेकिन इस बार पूर्व के लॉकडाउन से यह भिन्न है कि निजी गाड़ियों के परिचालन पर रोक नहीं है. इस कारण शहर की सड़कों पर निजी वाहन बेधड़क चल रहे हैं.
लोगों में बढ़ी है जागरूकता
सड़कों पर ऑटो का भी परिचालन हो रहा है. मगर जिस तरह से संक्रमण की रफ्तार पटना में पिछले कुछ दिनों में बढ़ी है और उसके बाद यह लॉकडाउन लागू किया गया है, उसको देखते हुए लोगों में भी थोड़ी जागरूकता आई है. लोग सड़क पर कम निकल रहे हैं.
बाहर निकलने पर मास्क पहनने की अपील
इस बार लॉकडाउन में दवा दुकानें, किराना की दुकाने, दूध की दुकानों को दिनभर खोलने की अनुमति मिली है. वहीं, मीट, मछली फल सब्जी की दुकानों को सुबह 6:00 से 10:00 बजे तक और शाम में 4:00 से 7:00 तक खोलने की अनुमति मिली है.
तमाम शॉपिंग कंपलेक्स मॉल बंद कर दिए गए हैं. लोगों से जिला प्रशासन लगातार मास्क पहन कर घर से बाहर निकलने का अपील कर रहा है. इसका असर यह दिख रहा है कि सड़क पर बाइक सवार जो दिख रहे हैं, उनके चेहरे पर मास्क नजर आ रहा है.