पटना: केंद्रीय विधि और न्याय, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी और संचार मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि बिहार में 10-12 पंचायतों को छोड़ दें तो पूरे राज्य के 8,743 ग्राम पंचायतों में इंटरनेट का उपयोग हो रहा है.
एक कार्यक्रम में बिहार के संदर्भ में रविशंकर प्रसाद ने कहा, 2014-15 में 4.2 करोड़ मोबाइल फोन थे, जो अगस्त 2020 में बढ़कर 6.21 करोड़ हो गए हैं. 2014-15 में इंटरनेट उपयोगकर्ताओं की संख्या 80 लाख थी, जो अब 3.93 करोड़ हो गई है.
10-12 पंचायतों में वनों के कारण सिग्नल पहुंचने में हो रही दिक्कत
केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि, जिन 10-12 पंचायतों तक इंटरनेट सेवा पहीं पहुंची है, वहां वनों के कारण सिग्नल पहुंचाने में दिक्कत हो रही है, लेकिन सरकार प्रयासरत है. उन्होंने कहा कि राज्य में लगभग 35,000 कॉमन सर्विस सेंटर हैं, जिन्होंने डाक सेवा के साथ-साथ कोविड अवधि के दौरान गरीब लोगों तक करोड़ों रुपये पहुंचाए.
बिहार का विकास भारत के विकास के लिए महत्वपूर्ण
राज्य में 1.25 लाख करोड़ रुपये के पैकेज और रेल आधारभूत संरचना के विकास की बात करते हुए रविशंकर ने कहा, प्रधानमंत्री कहते रहे हैं कि समावेशी विकास के लिए देश के हर क्षेत्र का विकास आवश्यक है जिसमें पूर्वी भारत और उत्तर पूर्वी भारत भी शामिल हैं. देश के बड़े पूर्वी राज्यों में शामिल बिहार का विकास भारत के विकास के लिए महत्वपूर्ण है.
जल-मल शोधन संयंत्रों के उद्घाटन से खुशी
इसी के साथ पटना साहिब लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से सांसद रविशंकर प्रसाद ने प्रांतीय राजधानी में बेउर और करमलीचक में दो जल-मल शोधन संयंत्रों के उद्घाटन पर खुशी जाहिर की. बता दें कि, बिहार विधानसभा चुनाव से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा नमामि गंगे परियोजना और अमृत मिशन के तहत विभिन्न परियोजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास किया गया.