पटना: राजधानी पटना में आंगनबाड़ी सेविका सहायिका संघ का एक महीने से आंदोलन जारी है. इस आंदोलन को लेकर प्रशासन ने सख्ती दिखाई है. अब जिला प्रशासन द्वारा उन तमाम आंदोलन कर रही आंगनबाड़ी सेविकाओं के सेंटर पर नोटिस चिपकाए जा रहे हैं कि जल्द ही केंद्र को खोले नहीं तो कार्रवाई होगी. ऐसे में बौखलाईं आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने पुनपुन में सड़क पर घंटों विरोध-प्रदर्शन किया. सरकार को चेतावनी दी है कि अगर हमारी मांग पूरी नहीं हुई तो आगामी चुनाव में हम सभी लोग सबक सिखाएंगे.
पटना में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन: अपनी पांच सूत्री मांगों को लेकर कर रही विरोध प्रदर्शन कर रही आंगनबाड़ी सेविका सहायिकाओं पर अब कार्रवाई की जा रही है. दरअसल पिछले 1 महीने से विभिन्न मांगों को लेकर आंदोलन कर रही सेविका सहायिकाओं की सेंटर पर जिला प्रशासन द्वारा नोटिस चिपकाए जा रहे हैं. जल्द ही अपने-अपने आंगनबाड़ी केद्रों को खोले नहीं तो कार्रवाई की जाएगी. ऐसे में इस कार्रवाई को लेकर बौखलाई सभी आंगनबाड़ी सेविका सहायिकाओं का आंदोलन और भी तेज हो गया है.
सेविकाओं ने सरकार को दी चेतावनी: प्रशासन के अल्टीमेटम से गुस्साई आंगनबाड़ी सेविका और सहायिकाओं ने सरकार को चेतावनी दी. आक्रोशित आंगनबाड़ी सेविकाओं ने कहा है कि अगर हमारी 5 सूत्री मांगों पर विचार नहीं किया गया तो चुनाव में हम सभी वोट से उन्हें वंचित करेंगे. उन्होंने कहा कि जो हमारी बात सुनेगा वहीं कुर्सी पर राज करेगा.
"आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं को 48 घंटे के भीतर काम पर वापस लोटने का आदेश जारी किया गया है. अगर हमारी मांग पूरी नहीं हुई तो आगामी चुनाव में हम सभी लोग सबक सिखाएंगे."-गीतांजलि, प्रखंड अध्यक्ष, आंगनबाड़ी सेविका सहायिका संघ
ये भी पढ़ें:
Anganwadi workers Protest: पटना जदयू कार्यालय में आंगनबाड़ी सेविकाओं ने मंत्री जमा खान का किया घेराव