रांची/पटना: चारा घोटाला मामले में सजायाफ्ता आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के द्वारा बिहार के एक विधायक को फोन किए जाने के मामले में रांची के बरियातू थाने में अभी तक प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई है. रांची पुलिस इस मामले को लेकर अब तक अपनी स्थिति स्पष्ट नहीं कर पाई है.
दबाव में रांची पुलिस
लालू प्रसाद पर प्राथमिकी दर्ज करने को लेकर रांची पुलिस अत्यधिक दबाव में है, क्योंकि सत्ताधारी गठबंधन में आरजेडी भी शामिल है. वहीं, 13 दिन बीत जाने पर भी प्राथमिकी दर्ज क्यों नहीं हुई. इसे लेकर जब रांची के सिटी एसपी सौरभ से सवाल पूछा गया तो उन्होंने गोल-मटोल जवाब देकर सवाल को टाल दिया. हालांकि, उन्होंने यह जरूर कहा कि मामले में एक एफआईआर पटना में दर्ज की जा चुकी है और बरियातू थाने में जो आवेदन दिया गया है उसकी जांच की जा रही है, उसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.
बरियातू थाना में भाजपा नेता ने की थी शिकायत
रांची के रिम्स स्थित केली बंगले से बिहार के विधायक को फोन करने के मामले में लालू यादव के ऊपर प्राथमिकी दर्ज करने का आवेदन भाजपा नेता अनुरंजन अशोक ने दिया था. इसके सबूत के रूप में उन्होंने थाने में लालू प्रसाद यादव की ऑडियो वाली रिकॉर्डिंग भी एक पेन ड्राइव में साक्ष्य के तौर पर दिया था. इस रिकॉर्डिंग में लालू यादव बिहार के एक विधायक को स्पीकर के चुनाव में भाग नहीं लेने के लिए कह रहे थे. इसके साथ ही उन्हें मंत्री बनाने की बात कह रहे थे.
पुलिस के पास जवाब नहीं
मामला सामने आने के बाद आनन-फानन में लालू प्रसाद यादव को केली बंगला से रिम्स के पेइंग वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया था. मामले को लेकर रांची पुलिस पूरी तरह से दबाव में है यही वजह है कि इस मामले को लेकर वह कुछ भी साफ बोलने से इनकार कर रही है.